मुरैना में लीला मेले का हुआ आयोजन, 9 घुड़सवार हुए शामिल

author img

By

Published : Oct 30, 2019, 4:11 PM IST

मुरैना जिले में लीला मेले का आयोजन किया गया, जिसमें जिले व आसपास की 9 घुड़सवारों ने भाग लिया.

मुरैना। जिले में आयोजित होने वाले लीला मेले में बुधवार को घुड़दौड़ का आयोजन किया गया, जिसमें जिले व आसपास की 9 घोड़ियों के सवारों ने भाग लिया. इस घुड़दौड़ को देखने के लिए आसपास के लोगों सहित हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे.

लीला मेले का आयोजन


गांव में दाऊजी मंदिर पर साढ़े तीन दिन लगने वाले इस मेले का आयोजन किया जाता है. मान्यता के अनुसार साढ़े तीन दिनों तक भगवान द्वारिकाधीश यहां निवास करते हैं, इस दौरान मंदिर में रात को भजनों का आयोजन और दिन में अन्य खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. वहीं इस मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु भगवान के दर्शन के लिए आते हैं और साथ ही मंदिर में सर्व समाज की पंचायत भी आयोजित की जाती है. जिसमें सामाजिक फैसलों के साथ शादी, सगाई के कई मामलों का निपटारा किया जाता है.

Intro:एंकर - मुरैना में आयोजित होने वाली लीला मेले में बुधवार को घुड़दौड़ का आयोजन किया गया। जिसमें जिले व आसपास की 9 घोड़ियों के सवारों ने भाग लिया इस घुड़दौड़ को देखने के लिए आसपास के लोगों सहित हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे। मुरैना गांव में दाऊजी मंदिर पर साढ़े तीन दिन लगने वाले मेले का आयोजन किया जाता है। मान्यता के अनुसार साढ़े तीन दिनों तक भगवान द्वारिकाधीश निवास करते हैं इस दौरान मंदिर पर रात को भजनों का आयोजन और दिन में अन्य खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। लीला मेले के समय लाखों की संख्या में श्रद्धालु भगवान के दर्शन के लिए मंदिर आते हैं। मंदिर पर सर्व समाज की पंचायत भी होती है जिसमें सामाजिक फैसलों के साथ शादी सगाई के कई मामलों का निपटारा किया जाता है। जिसमें बड़ी संख्या में सुरक्षा के लिए पुलिस बल भी तैनात किया गया है गुरुवार को लीला मेले का समापन होगा।


Body:वीओ - मुरैना गांव में चल रहे प्राचीन लीला मेले में बुधवार को घुड़दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले घोड़ी पालने के शौकीन लोग अपनी अपनी घोड़ियां लेकर आए।घुड़दौड़ में 9 घोड़ियां आई इनमें ज्यादातर घोड़ी गुर्जरघार की थी। 9 में से 7 घोड़ियों के बीच 4 मुकाबले हुए। पहले मुकाबले में सांटा गाँव व नाऊपुरा की घोड़ी दौड़ी जिसमे नाऊपुरा की घोड़ी विजेता रही।दूसरे मुकाबले में लालजीत व रामविलास की घोड़ी दौड़ी जिसमें लालजीत की घोड़ी विजेता रही।तीसरे मुकाबले में सांटा गाँव व थोगापुरा की घोड़ी दौड़ी जिसमें सांटा गाँव की घोड़ी विजेता रही और चौथे मुकाबले में दौनाई गाँव के मोहन सिंह की घोड़ी विजेता रही क्योंकि मोहन सिंह की घोड़ी के साथ दौड़ने के लिए कोई घोड़ी नही आई इसलिए आयोजकों ने मोहन की घोड़ी को विजेता घोषित किया।आयोजक व नगर निगम के सभापति ने विजेताओं को पांच पांच सौ रुपए श्रीफल शॉल से किया सम्मानित व अन्य घोड़ियों के सवारों को पांच पांच सौ रुपए से सम्मानित किया गया। हालांकि इस बार पिछले वर्ष के मुकाबले घोड़ियां कम थी लेकिन फिर भी 2 हजार से अधिक ग्रामीण मुरैना जिले के अलावा चंबल किनारे बसे राजस्थान उत्तर प्रदेश क्षेत्र से आए हुए थे। घुड़दौड़ के दौरान व्यवस्था ठीक रखने के लिए पुलिस की तरफ से तीन थाना प्रभारी सहित 40 जवान तैनात किए गए।


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.