चुनावी साल में बदले-बदले शिवराज, खुलकर खेल रहे हिंदुत्व का कार्ड, UCC के बाद लव जिहाद पर कड़े तेवर
बदले बदले से शिवराज नजर आते हैं. वैसे सीन तो चौथी पारी में ही बदल गया था, लेकिन अंदाजा नहीं था कि चुनावी साल लगने से पहले शिवराज के तेवर इस रफ्तार से बदलेंगे. क्या चौथी पारी में शिवराज योगी के नक्शे कदम पर चलने की कोशिश में है. क्या वजह है कि चुनाव के पहले कॉमन सिविल कोड को लेकर एमपी से जोरदार पहल के बाद अब लव जिहाद पर कानून होने के बावजूद शिवराज उसे और सख्त करने की पैरवी कर रहे हैं. क्या ये हिंदुत्व के उसी जांचे परखे फ्रेम में खुद को फिट करने की कोशिश है. शिवराज की जो बीजेपी का ऑलटाइम हिट फार्मूला माना जाता है. क्या सरोकार की सियासत करने वाले शिवराज 2023 के विधानसभा चुनाव में हिंदुत्व के पैरोकार बनते नजर आएंगे.
जबलपुर के बहुचर्चित मिशनरी भूमि घोटाले मामले में EOW ने पूर्व बिशप पीसी सिंह सहित 3 के खिलाफ कोर्ट में चालान पेश कर दिया है. बिशप पीसी सिंह और उसके राजदारों के खिलाफ तैयार चालान में जमीनों से लेकर फीस में हुए करोड़ों के फर्जीवाड़े के 1-1 बिंदु को शामिल किया गया है.
Shivpuri BJP Leader पूर्व जनपद अध्यक्ष पर रंगदारी मांगने, हत्या के प्रयास का केस दर्ज
शिवपुरी के पोहरी में बीजेपी नेता रामकली चौधरी पर मछुआरों से रंगदारी मांगने और मारपीट करने का आरोप लगा है. मछुआरा संघ के अध्यक्ष ने इसकी शिकायत भी गसबानी थाने में दर्ज कराई है. पूर्व जनपद अध्यक्ष के साथियों पर भी मारपीट करने और फायरिंग करने का आरोप लगा है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
CM की डिनर डिप्लोमेसी, मंत्रियों को खाने पर बुलाया, क्या बदले जा सकते हैं विभाग!
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के सभी मंत्रियों को डिनर पर बुलाया है. यह डिनर मंगलवार रात 8 बजे होगा. कयास लगाए जा रहा हैं कि डिनर डिप्लोमेसी के जरिए सीएम शिवराज मंत्रियों को विभाग बदलने की कोशिश कर रहे हैं. इसके अलावा आगामी चुनाव को लेकर भी कई तरह की रणनीति तैयारी की जा सकती है.
MP अजब है गजब! 3 साल से 1 ही क्लास में नर्सिंग के छात्र, किसकी लापरवाही
उज्जैन में नर्सिंग कॉलेज (ujjain nursing college) के छात्रों ने कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया. छात्रों का कहना है कि वे पिछले तीन साल से एक ही कक्षा में पढ़ाई कर रहे हैं. उनकी परीक्षाएं नहीं कराई गई. वहीं छात्रों की समस्याएं सुन प्रशासन ने जल्द समस्या का समाधान करने की बात कही है.
Bandhavgarh Elephants जंगली हाथियों से मुकाबला करेंगी मधुमक्खियां, जानें कैसे रुकेगा गजराज का गदर
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व मे लगातार बढ़ रहे जंगली हाथियों के उत्पात से निपटने के लिए प्रबंधन ने मधुमक्खियों को आगे करने का निर्णय लिया है. इसके साथ ही एक डिवाइस का भी इस्तेमाल किया जाएगा. इसके लिएटाइगर रिजर्व (Bandhavgarh Tiger Reserve) से एक प्रस्ताव मुख्यालय भेजा गया है. जिसमें एलीफेंट प्रोजेक्ट के लिए राशि मांगी गई है. जंगली हाथियों को रोकने के इस कॉन्सेप्ट पर काम करने के लिए बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व ने एक प्रोजेक्ट बनाया है. इसके लिए राशि प्रोजेक्ट एलीफेंट, खादी ग्रामोद्योग और एनजीओ के माध्यम से जुटाई जाएगी.
Panna Diamond Found हीरे की चाहत में मजदूर की बिक गई जमीन-जायदाद, अब मिला 4.5 कैरेट का बेशकीमती हीरा
जुनून इंसान को कहां से कहां पहुंचा दे इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है. कुछ ऐसा ही हुआ छतरपुर जिले के एक मजदूर हुकमन अहिरवार (Labor got Diamond in Panna) के साथ. हीरा पाने के जुनून में हुकमन ने पन्ना पहुंचकर हीरे की खदान लगाई, जहां उसे छोटे-छोटे लगभग 8 हीरे मिलते गए पर कोई बड़ा हीरा नहीं मिला. धीरे-धीरे उसकी लगभग 10 लाख की ढाई एकड़ जमीन बिक गई. इसके बाद भी हुकमन अहिरवार का जुनून कम नहीं हुआ, जिसका नतीजा यह हुआ कि आज उन्हें 4.5 कैरेट का बेशकीमती हीरा मिला है.
इलाज के लिए दमोह से जबलपुर जा रहे घायल तेंदुए ने हॉस्पिटल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया. तेंदुए को वेटरनरी विवि के स्कूल ऑफ वाइल्ड लाइफ फॉरेंसिक लैब के लिए लाया जा रहा था. प्रारंभिक पीएम रिपोर्ट में मौत का कारण रेस्पिरेटरी फेल्योर लंग्स में पर्याप्त ऑक्सीजन न पहुंचना होना पाया गया है.
इंदौर के शासकीय नवीन विधि महाविद्यालय में पिछले कई दिनों से विवादित किताब से पढ़ाने का मुद्दा गरमाया हुआ है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की शिकायत के बाद अब मामले में जांच के लिए एक कमेटी बनाई गई है. कॉलेज की लाइब्रेरी को सील कर दिया गया है.
मध्य प्रदेश के ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय में नर्सिंग कांड में दोषियों के नाम आज तक उजागर नहीं हो पाएं हैं. हालत ये है कि दो जांच कमेटियों के अब नई तीसरी कमेटी गठित कर दी गयी है जो नर्सिंग घोटाले की जांच करेगी. यूनिवर्सिटी के मेंबरों की माने तो ये व्यापमं से बड़ा घोटला है. जिसके चलते बड़े लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसलिए बार-बार जांच कमेटियों का गठन किया जा रहा है.