ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर से अब अनाथ बच्चियां देश ही नहीं बल्कि विदेश में अपना जीवन व्यतीत कर अपने सपनों को साकार कर पाएंगी. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा ग्वालियर से अनाथ बच्चों को गोद लेने के लिए देश ही नहीं बल्कि विदेशों से दंपती आ रहे हैं. सबसे खास बात यह है कि जो दंपती बच्चों को गोद लेने के लिए आ रहे हैं, वह बेटों से ज्यादा बेटियों पर भरोसा जता रहे हैं. पिछले 3 सालों में सबसे ज्यादा बच्चियां गोद ली गई हैं.
साहब, मैं जिंदा हूं! जीवित बुजुर्ग महिला को मृत बताकर रिटायर्ड पटवारी ने हड़प ली जमीन
समाज को मिल रहा सकारात्मक संदेश
आंकड़ों में देखें तो साल 2018-19 में 28 बच्चों को अडॉप्ट किया गया. वहीं 2019-20 में 19 बच्चों को दंपती ने गोद लिया. जबकि साल 2020- 21 में 7 बच्चों को गोद लेकर उनकी जिंदगी संवारी गई. महिला बाल विकास अधिकारी राजीव सिंह ने बताया कि यह बहुत अच्छी बात है कि ग्वालियर से बेटियों को गोद लेने के लिए देश के अलग-अलग कोने से दंपची यहां पहुंच रहे हैं. विदेशी दंपती भी आ रहे हैं और बेटियों को गोद लेकर जा रहे हैं, इससे समाज में एक सकारात्मक मैसेज भी पहुंच रहा है.
(orphaned children adopted in Gwalior)