गुना। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर आए दिन सुर्खियों में बने रहते हैं. तोमर ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की है, जिसमें उन्होंंने जिंदगी की हकीकत को बयां करते हुए काफी कुछ लिखा है. दरअसल दऊआ नाम के एक बुजुर्ग व्यक्ति का जिक्र करते हुए प्रद्युम्न सिंह तोमर ने ये ट्वीट किया है. वह उनके राजनीतिक गुरु थे जो ग्वालियर में रहते थे. अपने गुरु के निधन पर ऊर्जा मंत्री ने शोक व्यक्त किया है.
तोमर ने बताया जीवन का आनंद क्या है: उन्होंने कहा कि आज जीवन का वह अनुभव आपके साथ साझा करने जा रहा हूं, जो अटल व कटु सत्य है. मेरे आदरणीय गुरु कृपाल सिंह भदौरिया जिन्हें हम सब दउआ बुलाते थे, ने मेरे संघर्ष के दिनों में हर परिस्थिति में डटकर मेरा साथ दिया. इतना ही नहीं उन्होंने अपना मार्गदर्शन भी दिया. सच कहूं तो मैं आज जो कुछ हूं, जैसा भी हूं और जहां भी हूं उन्हीं की वजह से हूं. साथियों एक दिन हम सभी को जीवन के इस चक्र को पार कर के जाना ही है. हमारे दऊआ भी जीवन के उस पड़ाव पर थे जहां उनके मन में अनेक विचार आये होंगे. कुछ करने के लिए सोच रहे होंगे, लेकिन शारिरिक रूप से असहाय होने के कारण वे बेहद चिंतित रहते थे. यही मानव के जीवन की सच्चाई है, और यही हम सबके लिए सच्चा सबक है.
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जीवन का हर एक पल महत्वपूर्ण: मंत्री प्रद्युम्न ने कहा कि जीवन का एक-एक पल महत्वपूर्ण है. इसे अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का पालन करने में लगा दो. ताकि जब हम जीवन के उस पड़ाव पर हो तब हमें कोई पश्चाताप न रहे। ऐसा करने से हमें कभी भी इस बात का अफसोस नहीं रहेगा कि हम जीवन में यह नहीं कर पाए. इसलिए हमें दूसरों की बुराई एवं द्वेष की भावना को त्याग कर हंसते-मुस्कराते और प्यार बांटते हुए जीवन के हर पल का आनंद लेना चाहिए. (Pradyuman Singh Tomar Guru)