बुरहानपुर। एमपी महाराष्ट्र बॉर्डर के पास जिले के बिरोदा गांव में महाराष्ट्र के रत्नागिरी से नेपाल जा रही बस को ग्रामीणों के विरोध पर पुलिस ने रोक दिया और आगे ने जाने दिया, इस बस में नेपाल के मजदूर थे, जो रत्नागिरी में मजदूरी करते थे, लॉकडाउन के बाद से नेपाल जा रहे हैं. दरअसल प्रशासन के आदेश के मुताबिक राज्य में दूसरे राज्य के वाहनों को प्रवेश कई शर्तों के साथ अनुमति है लेकिन इस बस में करीब 80 मजदूर सवार थे और किसी के भी पास RTPCR रिपोर्ट नहीं थी ऐसे में पुलिस ने बस चालक को वापस भेज दिया.
वहीं सूत्रों के मुताबिक यह बस प्रदेश के किसी मंत्री की है. मजदूरों से नेपाल जाने के लिए 3500-3500 रुपए लिए हैं. वहीं बस कुछ दूर तक वापस जाने के बाद रुक गई और रात 8 बजे से लेकर 2 बजे तक हंगामा होता रहा, लेकिन बिना किसी सुरक्षा के जाने पर ग्रामीणों ने इसका विरोध किया, क्योंकि पुलिस प्रशासन स्थानीय लोगों के ऑटो और गाड़ी जब्त करने की कार्रवाई करता है. वहीं मौके पर कोई प्रशासनिक अधिकारी नहीं आया.