भोपाल। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने पार्टी के जिला अध्यक्षों को चिट्ठी लिखी है कि वो निकाय चुनाव में गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों -कर्मचारियों की लिखित शिकायत पार्टी मुख्यालय में दर्ज कराएं. इसके लिए पार्टी की तरफ से मोबाइल नंबर समेत ईमेल भी जारी किया गया है. इसके लिए बाकायदा चुनाव शिकायत प्रभारी भी नियुक्त कर दिए गए हैं. जिलाध्यक्षों से कहा गया है कि 14 महीने बाद कांग्रेस की सरकार बनने पर सत्ता का दुरुपयोग करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी.
कांग्रेस में क्या वक्त आ गया बदलाव का : कांग्रेस ने प्रदेश के 52 जिलों में कांग्रेस संगठन ने जिन्हें जिम्मेदारी दी है, उससे ज्यादा अहम ये है कि किनसे जिम्मेदारी ली गई है. इस पूरी सूची में कमलेश्वर पटेल और तरुण भनोट केवल दो विधायक हैं , जो फिलहाल जिलों का जिम्मा संभाले हैं. बाकी विधायक और चुनाव के दमदार दावेदारों को इस जिम्मे से मुक्त कर दिया गया है. भोपाल से लखन घनघोरिया, इंदौर से विजयक्ष्मी साधौ, सागर से पीसी शर्मा, निवाड़ी से नीरज दीक्षित, छिंदवाड़ा से सुखदेव पांसे, बैतूल से संजय उइके, हरदा से निलय डागा, इंदौर ग्रामीण से रवि जोशी, मंडला से विनय सक्सेना समेत हर्ष यादव बाला बच्चन को जिलो के प्रभार से मुक्त कर दिया गया है. इसके पीछे वजह ये बताई जा रही है कि ये विधायक अभी से अपना पूरा समय अपने विधानसभा क्षेत्र में दे सकें. जानकारी के मुताबिक कांग्रेस संगठन की तरफ से 52 जिलों में से ज्यादातर में केवल उन्ही नेताओँ को संगठन की जवाबदारी दी गई है, जो चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं है.
जिला प्रभारी एक्शन मोड में आएं : कमलनाथ ने जिन्हें जिला प्रभारी बनाया है, पार्टी की उनसे अपेक्षा है कि वो पार्टी संगठन की जमीन मज़बूत करने में अभी से जुट जाएं. मोर्चा प्रकोष्ठ में कॉर्डिनेशन के साथ चुनाव के मद्देनजर मंडलम सेक्टर की नीचे तक सक्रियता हो. कांग्रेस ये जानती है कि उसका मुकाबला मजबूत संगठन वाली बीजेपी से है. लिहाजा कमलनाथ ने चुनाव के काफी पहले रणनीति बदली और विधायकों को विधानसभा क्षेत्र के लिए मुस्तैद कर जिलों की जवाबदारी उन हाथों में सौंपी, जो संगठन में ही काम करना चाहते हैं. कमलनाथ ने सभी जिला अध्यक्षों को चिट्ठी लिखकर पंचायत और निकाय चुनाव में गड़बड़ी करने वाले कर्मचारियों अधिकारियों की लिखित शिकायत भेजने को कहा है.
चंद्रिका प्रसाद को जवाबदारी दी : पार्टी में बाकायदा चुनाव शिकायत प्रभारी नियुक्त किए गए हैं और चंद्रिका प्रसाद व्दिवेदी को ये जवाबदारी दे दी गई है. कमलनाथ ने शिकायत भेजने knathelectioncomplaints@gmail.com भी जारी किया है. इसके अलावा व्हाट्सएप नंबर 94259 83398 पर भी शिकायत की जा सकती है. जिलाध्यक्षों से ये कहा गया है कि 14 महीने बाद कांग्रेस की सरकार बनने पर सत्ता का दुरुपयोग करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी.
Kamal nath का दावा इस सरकार के केवल 14 महीने, चुनाव बाद बहुमत से बनेगी कांग्रेस की सरकार
सूची जारी होते ही प्रभारियों पर सवाल : इधर, कांग्रेस ने अपने जिला प्रभारियों की सूची जारी की. उधर बीजेपी ने उनके संदर्भ निकालने शुरू कर दिए. पन्ना जिले में प्रभारी बनाए गए मनोज त्रिवेदी को लेकर बीजेपी प्रवक्ता डॉ. हितेष वाजपेयी ने कमलनाथ को ट्वीट किया है और पूछा है कि क्या कांग्रेस आपके नेतृत्व में जघन्य अपराधियों का संगठित गिरोह नहीं हो गई है? ट्वीट कर उन्होंने पूछा कि कौन है ये मनोज त्रिवेदी जिसे पन्ना ज़िले में कांग्रेस का प्रभारी बनाया गया है.
ताकि विधायक ज्यादा समय क्षेत्र में दें : कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अजय सिंह यादव पार्टी संगठन में बड़े स्तर पर हुए बदलाव को लेकर कहते हैं विधायकों को इसलिए जिलों से मुक्त किया गया है कि पार्टी ये चाहती है कि वे अब अपने क्षेत्र में ज्यादा समय दे पाएँ. संगठन के कामों से मुक्त होकर विधायक अपना पूरा फोकस अपने क्षेत्र में दें. पन्ना प्रभारी को लेकर बीजेपी से उठाए जा रहे सवाल पर अजय सिंह यादव का कहना है कि कांग्रेस के किसी जिला प्रभारी का कोई मामला दर्ज नहीं है. ये केवल बीजेपी का फैलाया हुआ भ्रम है. Kamal Nath in election mode, leave of MLAs district charge, Sought details BJP supporter officers