MP Bhind चम्बल में बिजनेस कॉरिडोर बनाने के लिए अभियान चलाएंगे Congress MLA रवींद्र सिंह तोमर

MP Bhind चम्बल में बिजनेस कॉरिडोर बनाने के लिए अभियान चलाएंगे Congress MLA रवींद्र सिंह तोमर
राज्य सरकार चम्बल अंचल के विकास के बड़े दावे करती है लेकिन हकीकत उससे बिलकुल अलग है. करीब 6 वर्ष का समय बीतने के बाद भी प्रस्तावित चम्बल एक्सप्रेस वे (अटल एक्सप्रेस वे) धरातल पर नहीं आ सका है. इसके साथ ही एक्सप्रेस वे के किनारे इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का सपना भी अब तक हवाहवाई लग रहा है. अब चम्बल के युवाओं के लिए कांग्रेस विधायक रवींद्र सिंह तोमर भिड़ोसा आवाज उठा रहे हैं. उन्होंने चम्बल में बिजनेस कॉरिडोर बनाने की मांग की है.
भिंड। मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक रवींद्र सिंह तोमर इन दिनों चम्बल के युवाओं के लिए इंडस्ट्रियल और बिज़नेस कॉरिडोर की मांग उठा रहे हैं. भिंड में एक दंगल आयोजन के कार्यक्रम में शामिल होने आए दिमनी विधायक ने बताया कि उन्होंने विधानसभा में भी यह मांग उठाई थी. चम्बल क्षेत्र में पचनदा समेत बहुत सारी ऐसी ऊबड़ खाबड़ बेकार ज़मीन है, जिसका समतलीकरण कराया जाए और यहां उद्योग धंधे लगाये जाएं. इस क्षेत्र को बिज़निस कॉरिडोर के रूप में विकसित किया जाना चाहिए.
इंडस्ट्रियल कॉरिडोर से ही मिलेगी समृद्धि : विधायक भिड़ोसा ने गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा द्वारा सदन में चम्बल में डकैत वाले बयान का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि विधानसभा में गृह मंत्री ने मुख्यमंत्री का पक्ष लेते हुए कहा था कि हमने चम्बल में डकैतों का सफ़ाया किया. इस पर भिड़ोसा ने कहा कि चम्बल में कभी डकैत नहीं हुए. अन्याय और जुल्म के ख़िलाफ़ बगावत करने की क्षमता अगर कहीं है तो वह देश में चम्बल घाटी के लोगों में है. लेकिन डाकू बदमाश चम्बल में कोई नहीं हुआ. कांग्रेस विधायक ने कहा है कि यहां इस चम्बल क्षेत्र में इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाया जाए. जिन युवाओं को सरकारी नौकरी नहीं मिल पाती है, वे प्राइवेट सेक्टर में जॉब करने दूसरे राज्यों में जाते हैं. ऐसे लोग अपने माता-पिता की सेवा नहीं कर पाते और सही से अपना पेट भी नहीं भर पाते हैं. इसलिए भिंड मुरैना, शिवपुरी, श्योपुर, दतिया इस क्षेत्र में बहुत सी जगह हैं, जहां बिज़नेस कॉरिडोर बनने से युवाओं को रोजगार भी मिलेगा और क्षेत्र की सुख समृद्धि भी होगी.
सभी जनप्रतिनिधि समर्थन में : दिमनी विधायक का कहना है कि वे पिछले 15 वर्षों से इस बात को विधानसभा समेत कई जगहों पर उठा चुके हैं और अब इसे क्रांति के रूप में आगे बढ़ाना चाहते हैं. चम्बल की प्रगति के लिए हर जनप्रतिनिधि का समर्थन चाहिए. विधायक रवींद्र सिंह ने कहा कि चम्बल का कोई भी ऐसा जनप्रतिनिधि नहीं होगा जो इस मांग का समर्थन नहीं करेगा. इसकी वजह से क्षेत्र का विकास और समृद्धि होगी. उन्होंने कहा कि यहां के नौजवान को जब यहीं रोजगार मिलेगा तो वह क्यों हजार किलोमीटर दूर जाएगा. इसलिए लगभग जनमानस भी समर्थन में है.
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नाम बदलने को लेकर बोले : दिमनी विधायक ने कहा कि कॉरिडोर प्रस्तावित तो किया है लेकिन उसका समय निर्धारण तो होना चाहिए. चम्बल एक्सप्रेस वे का नाम बदल बदलकर कई वर्ष निकाल दिये. अटल बिहारी वाजपेयी के नाम का हमारा कोई विरोध नहीं है लेकिन विधानसभा में भी मैंने कहा था कि चम्बल कोई छोटा नाम नहीं है. अगर रखना ही था तो जिन्होंने देश को आजाद कराने के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिये. ऐसे रामप्रसाद बिसमिल के नाम पर रख देते. एक्सप्रेस-वे के निर्माण के साथ साथ बिजनिस कॉरिडोर का निर्माण भी जल्द से जल्द हो जाना चाहिए. अब यह समय की मांग है.
