बालाघाट। जिले के उत्तर सामान्य वन परिक्षेत्र लामता के रिहायशी इलाकें में वन्यप्राणी के प्रवेश करने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. वहीं सूचना के बाद से ही बीते दो दिनों से वन अमले ने गश्त बढ़ा दी गई है. हालांकि अभी तक विभागीय कर्मचारियों को वन्य प्राणी के होने की पुष्टि नहीं की है.
लामता के रिहायशी इलाके में बीते दो दिनों से वन्यप्राणी की दहशत का कारण लोग रतजगा कर वन्यप्राणी को खदेड़ने का प्रयास कर रहे हैं. वहीं रात्रि के समय अलाव जलाकर अपने पालतू मवेशियों की रखवाली भी कर रहे हैं.
मंगलवार को डिप्टी रेंजर कुरैशी के निर्देश पर वनपाल बृजलाल यादव और वनरक्षक के अलावा दो अन्य चैकीदारों ने रिहायशी इलाकें से होकर गुजरने वाली नदी के किनारे तलाशी की, वहीं मोहल्ले से लगे जंगल में भी वन्यप्राणी की तलाशी की गयी. हालांकि इस दौरान वन अमले को अभी तक कोई साक्ष्य नहीं मिल पाए है.
ग्रामीणों की माने तो कुछ जानवर हमले के बाद से लापता भी हो गए है, जिनकी तलाशी करने पर भी वे नहीं मिल रहे है. इस संबंध में ग्रामीणों ने बकायदा वनअमले को सूचना भी पहुंचा दी है. डिप्टी रेंजर मोहम्मद शफीक कुरैशी ने बताया कि सूचना के आधार पर रिहायशी इलाके में लगातार सर्चिंग की जा रही है.
बहरहाल वन्यप्राणी की रिहायशी इलाके में आमद ग्रामीणों के साथ साथ वन विभाग के लिए भी मुसीबत का सबब है. हालांकि विभाग द्वारा लोगों को जागरूक करते हुए अपने बचाव हेतु आग जलाने तथा समय समय पर पटाखे फोड़ते रहने की सलाह दी जा रही है.