इंदौर। शहर के विकास के लिए राजस्व वसूली करने के लिए टैक्स चोरों पर निगरानी सख्त की जाएगी. नगर निगम ने राजस्व वसूली को लेकर नई परिषद का गठन किया है. इसकी टीम सभी वार्डों में घूमकर राजस्व की वसूली करेगी. साथ ही ऐसे टैक्स चोरों की पहचान करेगी जो नगर निगम सीमा में प्रॉपर्टी टैक्स और अन्य तरह के कर की चोरी करके निगम को चूना लगा रहे हैं. (Indore Nagar Nigam) (Indore Property Tax) (Indore Water Tax) (Indore Municipal Corporation Tax Revenue).
राजस्व वसूली अभियान: राजस्व विभाग के प्रभारी नियुक्त किए गए निरंजन सिंह चौहान ने राजस्व वसूली अभियान चलाने की प्लानिंग की है. शुरुआती पड़ताल में पता चला है कि, शहर में शिक्षण संस्थाओं से लेकर व्यावसायिक केंद्र, शॉपिंग मॉल, हॉस्पिटल और मुख्य मार्ग पर बने शोरूम, कई नामचीन बिल्डिंग के राजस्व वसूली प्रकरणों में गड़बड़ी है. ऐसे भी मामले भी सामने आ रहे हैं जिनमें आवासीय प्लाट पर व्यवसायिक भवन बनाए गए हैं. रेसीडेंशिए का कमर्शियल उपयोग में संपत्ति का उपयोग तो किया जा रहा है, लेकिन संपत्ति कर आवासीय श्रेणी में ही जमा किया जा रहा है. (Indore Nagar Nigam) (Indore Property Tax) (Indore Water Tax) (Indore Municipal Corporation Tax Revenue).
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पोर्टल पर अपडेट होगी प्रपर्टी की जानकारी: इसके अलावा 19 नए वार्ड भी निगम में शामिल हुए हैं. इन वार्डों में बने हजारों की संख्या में घरों के संपत्ति कर खाते नहीं खुले हैं. इसकी वजह राजस्व अमले का मौके पर नहीं पहुंच पाना है. ऐसी स्थिति में पुराने संपत्ति कर दाताओं के भुगतान पर राजस्व निर्धारित है. अब राजस्व विभाग के प्रभारी निरंजन सिंह चौहान नए सिरे से सभी वार्ड के राजस्व अमले को मैदानी सर्वे की जिम्मेदारी देने का फैसला किया है. इसके अलावा निगम के पोर्टल पर प्रॉपर्टी की जानकारी अपडेट की जा रही है. (Indore Nagar Nigam) (Indore Property Tax) (Indore Water Tax) (Indore Municipal Corporation Tax Revenue).