इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी और मिनी मुंबई(Mini Mumbai) के नाम पहचाने जाने वाला इंदौर (Indore) राज्य के सबसे चलह-पहल वाले शहरों में से एक है. शहर का भंवरकुआं चौराहा सबसे व्यस्ततम चौराहों में शुमार है.भंवरकुआं चौराहे (Bhanwar kuan chouraha) से शहर के अंदर जाने के लिए और भी कई रास्ते निकलते हैं. लंबे समय से इस चौराहे का विस्तार करने की कवायद की जा रही थी.अब इसकी राह निकल गई है.
भंवरकुआं चौराहे का होगा विस्तार
भंवरकुआं चौराहे (Indore Bhanwar kuan chouraha) के विस्तार में चौराहे पर बने पुलिस थाना और मंदिर बाधा बन रहे हैं . इन्हें आने वाले दिनों में चौराहे के पास मौजूद देवी अहिल्या विश्वविद्यालय(Devi Ahilya vishw vidhyalay) की भूमि पर विस्थापित किया जाएगा. इसके लिए प्रशासन, नगर निगम और देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (Devi Ahilya vishw vidhyalay) प्रबंधन के बीच बातचीत जारी है. बीते दिनों विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे उच्च शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता में इस पर बैठक भी हुई थी. इसमें विश्वविद्यालय द्वारा विस्थापन कार्य के लिए जमीन देने पर सहमति दी गई थी.
थाने और मंदिर का होगा विस्थापन
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ अनिल शर्मा के अनुसार भंवरकुआं चौराहे पर मौजूद थाने और मंदिर को चौराहा विस्तार करने के लिए विस्थापित किया जाएगा. यह विस्थापन कार्य देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (Devi Ahilya vishw vidhyalay) तक्षशिला परिसर की जमीन पर किया जाएगा. हालांकि आने वाले दिनों में कार्यपरिषद की बैठक में विस्थापन के लिए दिए जाने वाली भूमि को लेकर अंतिम फैसला लिया जाएगा
बदेल में मिलेगी 50 एकड़ जमीन
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ अनिल शर्मा के अनुसार विश्वविद्यालय ने शहर के विकास को ध्यान में रखते हुए अपनी जमीन पर थाने और मंदिर को विस्थापित करने के लिए सहमति दी है. जिसके लिए स्थानीय प्रशासन विश्वविद्यालय को करीब 50 एकड़ भूमि जल्द ही मुहैया कराएगा .