सरायकेला: जिले के आदित्यपुर के स्थित इमली चौक के पास नवनिर्मित आदिवासी कला एव संस्कृति भवन और आदिवासी कल्याण समिति भवन का उद्घाटन आदिवासी कल्याण सह परिवहन मंत्री चंपई सोरेन ने फीता काटकर किया. मंत्री ने कहा कि झारखंड गरीब राज्य नहीं है. यहां के आदिवासी मूलवासी गरीब रह गए.
मंत्री चंपई सोरेन ने क्या कहा: मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि सामाजिक और आर्थिक उत्थान के लिए हमारी सरकार निरंतर प्रयास कर रही है. सरकार यहां की भाषा और संस्कृति की रक्षा के लिए तत्पर है. अब झारखंड के स्कूलों में लोकल भाषा की शिक्षकों की बहाली होगी. इससे यहां के बच्चे अपनी भाषा की पढ़ाई कर सकेंगे. मंत्री ने कहा कि शहीद पूर्वजों की स्मृति में यहां एक पार्क का भी निर्माण कराया जाएगा. मंत्री ने कहा कि इस संस्था की वर्षो पूर्व नींव रखी गई थी. विकास के नाम पर आदिवासियों, मुलवासीयों की जमीन अधिगृहित की गई है. आदिवासी मुलवासी यहां के भूमि पुत्र हैं. उन्होंने जाहेर थान और आदिवासियों के लिए चिन्हित शमशान भूमि को बचाने की बात कही, जहां महापुरूषों की प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी.
दिवंगत संस्थापक सदस्यों को सम्मान: भवन उद्घाटन समारोह के मौके पर मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि इस नवनिर्मित भवन मे बैठकर समाज और सामाजिक व्यवस्था पर भी चर्चा की जा सकेगी। यहां आदिवासी संस्कृति साहित्य पर आधारित लाईब्रेरी भी बनेगा. कार्यक्रम के समापन पर मंत्री ने आदिवासी कल्याण समिति के दिवंगत संस्थापक सदस्यों के परिजनों को सम्मानित भी किया. इस दौरान उप विकास आयुक्त ने भवन परिसर की चहारदीवारी के निर्माण की जरूरत बताई.
कार्यक्रम के दौरान ये रहे मौजूद: इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष सोनार राम बोदरा, उप विकास आयुक्त प्रवीण कुमार गगराइ, आईटीडीए परियोजना निदेशक संदीप कुमार दोराईबुरु, मिलु सरदार, आदिवासी कल्याण समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र सुंडि, उपाध्यक्ष डिंपल लमाय व जानकी करमा, सचिव गुड्डू पूर्ति, कोषाध्यक्ष अमर लियागी, दिउरी बबलू हाईबुरु, डोको चाकी, बुधराम मुदैया, बाँज गोप, बबलू लमाय, मीना बोदरा, पूर्व पार्षद राखिमन निशा, सुसेन सरदार आदि उपस्थित रहे.