Chhath Puja 2023: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने छठ घाटों का किया निरीक्षण, सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने का निर्देश

Chhath Puja 2023: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने छठ घाटों का किया निरीक्षण, सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने का निर्देश
CM inspected Ranchi Chhath Ghats. शुक्रवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची के छठ घाटों का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को कई दिशा निर्देश भी दिए.
रांची: लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर उत्साह चरम पर है. इस महापर्व को मनाने की व्यापक तैयारियां की जा रही हैं. घर से लेकर छठ घाटों तक में लोग तैयारी में जुटे हैं. इन सबके बीच राजधानी रांची में छठ घाटों पर हुई तैयारी का जायजा लेने खुद राज्य के मुखिया निकले. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस दौरान कांके डैम और राजभवन समीप बने हटनियां तालाब का जायजा लिया.
राज्य के आला अधिकारियों के साथ छठ घाटों का निरीक्षण करने पहुंचे मुख्यमंत्री ने इस दौरान साफ सफाई के साथ प्रकाश की व्यवस्था में किसी तरह की कमी ना हो इसको लेकर निर्देश देते नजर आए. कांके डैम छठ घाट का निरीक्षण करने के बाद हटनियां तालाब पहुंचे मुख्यमंत्री नगर निगम द्वारा की गई तैयारी से संतुष्ट दिखे. हालांकि इस दौरान श्रद्धालुओं की होनेवाली भीड़ को ध्यान में रखकर सुरक्षा का विशेष ध्यान रखने को कहा. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने राज्यवासियों को छठ की शुभकामना देते हुए राज्य की जनता के लिए मंगलकामना की. उन्होंने कहा कि पूजा समिति और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से तैयारियां पूरी की जा रही हैं.
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आज से शुरू हुए लोक आस्था और उपासना के छठ महापर्व को लेकर रांची स्थित विभिन्न तालाब घाट पर जाकर साफ-सफाई और सुरक्षा समेत अन्य व्यवस्थाओं एवं सुविधाओं का निरीक्षण किया। छठव्रतियों एवं उनके परिवारजनों को हरसंभव सुविधा देने हेतु भी अधिकारियों को निर्देश दिया। pic.twitter.com/ovlfz3i9jw
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) November 17, 2023
हटनियां तालाब पर आते रहे हैं राज्यपाल और मुख्यमंत्री: वैसे तो राजधानी में नगर निगम द्वारा 71 छोटे बड़े छठ घाट चिंहित हैं, मगर इनमें सबसे प्रमुख हटनियां तालाब छठ घाट है. जहां राज्यपाल और मुख्यमंत्री आते रहे हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन छठ के मौके पर सपरिवार हटनियां तालाब आकर भगवान भास्कर को अर्घ्य देते हैं. ऐसे में प्रशासनिक दृष्टि से भी इस छठ घाट का खास महत्व है जहां हजारों श्रद्धालु एक साथ छठ मनाते हैं. सूर्य उपासना का यह महापर्व सदियों से चली आ रही है जो समय के साथ और भी वृहत रुप में होने लगा है.
