पलामूः मेदिनीनगर के बारालोटा मोहल्ले के रहने वाले अशोक पासवान के पुत्र प्रतीक राज का अपहरण किया गया था. अपहरण की घटना के कुछ ही घंटे बाद 20 लाख रुपये फिरौती की मांग की गई. हालांकि, अपहरण की सूचना मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई शुरू की और 12 घंटे के भीतर प्रतीक राज को सकुशल बरामद करने के साथ ही तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
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पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि प्रतीक राज के दोस्तों ने अपहरण की साजिश रची थी. मोहल्ले के दोस्त प्रतीक को घूमाने के बहाने घर से ले गये और अपहरणकर्ता को सौंप दिया. पुलिस ने बताया कि अपहरण में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. जिसके पास से अपहरण में इस्तेमाल हुई एक कार, एक पिस्टल और दो गोली बरामद किया गया है.
दोस्तों की निशानदेही पर पोलपोल जंगल में छापेमारी
एसपी चंदन कुमार सिन्हा के निर्देश पर एसडीपीओ सुरजीत कुमार के नेतृत्व में टीम गठित की गयी थी. एसजीपीओ ने प्रतीक के पिता के बयान पर दोस्तों से पूछताछ की, जिससे संदेह गहरा गया और उनकी निशानदेही पर पोलपोल के जंगल में छापेमारी की गई. पुलिस को देख प्रतीक को छोड़ अपहरणकर्ता भाग गये.
मांगी गई थी 20 लाख फिरौती
एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि अपहृत के पिता अशोक पासवान बिजली विभाग में प्राइवेट ठेकेदार हैं. जिससे 20 लाख रुपये की फिरौती की मांग की गई थी. उन्होंने कहा कि अपहरण के आरोप में शुभम शुक्ला, चितरंजन कुमार मेहता और छोटू कुमार को गिरफ्तार किया गया है. इसमें शुभम शुक्ला और छोटू कुमार बारालोटा मोहल्ले के रहने वाले हैं. ये दोनों प्रतीक राज को घूमाने के बहाने पोखराहा के इलाके में ले गए और अपहरणकर्ताओं को सौंप दिया था.