खूंटी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (26 सितंबर) अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के जरिये देशवासियों को संबोधित किया. मन की बात कार्यक्रम में पीएम ने आज रनिया प्रखंड की केलो गांव की महिला मीरा देवी और उनके समूह के हुनर की चर्चा की. पीएम के कार्यक्रम में मीरा देवी के नाम की चर्चा पर पूर्व सीएम रघुवर दास ने उनकी प्रशंसा की है. उन्होंने कहा कि मीरा देवी के संघर्ष से दूसरी महिलाओं को प्रेरणा लेने की जरूरत है.
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कौन हैं मीरा देवी
खूंटी के नक्सल प्रभावित रनिया प्रखंड के जयकपुर पंचायत के केलो गांव में रहने वाली मीरा देवी बांस से विभिन्न प्रकार की सजावट सामग्री बनाकर न केवल अपना पेट पाल रही है बल्कि गांव के 12 महिलाओं को अपने साथ जोड़कर आर्थिक रूप से उन्हें भी सशक्त बना रही हैं. मीरा देवी के इसी काम की चर्चा आज पीएम मोदी अपने कार्यक्रम 'मन की बात' में हुई.
कोरोना से नहीं टूटी हिम्मत
मीरा देवी के काम पर कोरोना का काफी असर पड़ा. बिक्री कम होने की वजह से आमदनी कम हो गई लेकिन मीरा देवी का उत्साह ज्यों का त्यों बना रहा. संक्रमण काल में भी मीरा देवी के नेतृत्व में समूह की अन्य महिलाएं बांस निर्मित फ्लावर पॉट, पेन स्टैंड, लाइट कवर समेत अन्य सजावट की चीजें बनाती रहीं.
मीरा देवी से प्रेरणा लेने की जरूरत
पूर्व सीएम रघुवर दास ने बताया कि प्रधानमंत्री 'मन की बात' में केलो निवासी मीरा देवी के संघर्ष की चर्चा की और देश के लोगों को बताया कि किस तरह वे एक छोटे से गांव में जंगल पहाड़ों के बीच गुजर बसर करते हुए अपने हुनर से अन्य महिलाओं को भी हुनरमंद बना रही हैं. रघुवर दास ने कहा कि उनके नेतृत्वकाल में मीरा देवी ने दुमका के हुनर हाट में बांस से आधुनिक कलाकृतियों की बारीकियां सीखी और अब संसाधनों की कमी के बावजूद महिलाओं को सशक्त करने में जुटी हैं. उन्होंने कहा मीरा देवी के संघर्ष से देश के अन्य बेरोजगार युवाओं और महिलाओं को प्रेरणा लेने की जरूरत है.