गुमलाः गुमला सदर एसडीओ (gumla sdo jharkhand high court advocate controversy ) के गुस्से ने शनिवार को उन्हें बुरा फंसाया. गुमला अनुमंडल पदाधिकारी कार्यालय के उनके कक्ष के बाहर गोलंबर के पास गाड़ी खड़ी देख साहब को इतना गुस्सा आया कि आव देखा न ताव गाड़ी के टायरों की हवा निकालने का फरमान मातहतों को सुना दिया. लेकिन साहब का यही आदेश उनके गले की हड्डी बन गया. गाड़ी झारखंड उच्च न्यायालय के एक महिला वकील की थी, उसे जैसे ही मामले की जानकारी मिली. वह एसडीओ दफ्तर में पहुंच गई और एसडीओ रवि आनंद से पूछा कि अगर गाड़ी नो पार्किंग में थी तो उसका बोर्ड कहां है और फाइन लगाने की जगह हवा क्यों निकाली. फिर तो साहब के चेहरे से हवाइयां उड़ने लगी. आखिरकार उन्होंने वकील की गाड़ी में हवा भरवाकर मामले को संभाला.
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घटनाक्रम के मुताबिक, शनिवार दोपहर गुमला सदर अनुमंडल पदाधिकारी के कार्यालय कक्ष के बाहर (चैंबर के पास) गोलंबर के पास झारखंड उच्च न्यायालय की एक महिला अधिवक्ता सुनीता कुमारी ने अपनी गाड़ी खड़ी कर दी थी. गुमला अनुमंडल कोर्ट परिसर में एसडीओ के चैंबर के पास गाड़ी खड़ी कर वह न्यायालय की ओर चली गई. इसी बीच सदर अनुमंडल पदाधिकारी रवि आनंद आए (gumla sdo v/s jharkhand high court advocate) तो अपने कार्यालय के रास्ते में गाड़ी खड़ी देखी. इस पर उन्होंने अपने कर्मचारी से इस गाड़ी के तीनों चक्कों की हवा निकलवा दी. जब किसी अधिवक्ता ने इसकी सूचना महिला अधिवक्ता को दी तो वह लौटी. यहां उसने अपनी कार देखी तो तीन चक्के की हवा निकली थी.
एसडीओ हुए हक्काबक्का
इस पर सुनीता कुमारी ने वहां खड़े एसडीओ के कर्मचारी से पूछा कि यह काम किसने किया. किसने गाड़ी के चक्के की हवा निकाली इस पर कर्मचारियों ने कहा कि एसडीओ साहब के आदेश से हवा निकाली गई. तब अधिवक्ता सुनीता कुमारी एसडीओ चैंबर में पहुंच गईं. यहां उन्होंने एसडीओ से पूछा जहां गाड़ी खड़ी थी वहां कहीं भी नो पार्किंग का बोर्ड नहीं लगा है, और वहां कई और लोगों की भी गाड़ी खड़ी है तो सिर्फ आपने मेरी ही गाड़ी का हवा क्यों निकलवाई. इन सवालों को सुनकर एसडीओ हक्काबक्का रह गए.
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अधिवक्ता के सवाल और साहब के जवाब
अधिवक्ता ने फिर पूछा कि किस कानून के तहत आपने गाड़ी की हवा निकलवाई है. यदि नो पार्किंग जोन में गाड़ी खड़ी थी तो आप फाइन कर सकते थे. हमारी गाड़ी में अधिवक्ता का बोर्ड लगा है आप बुलवा कर बोल सकते थे. जब हमारे जैसे कानून का सम्मान करने वाले व्यक्तियों से आप का इस तरह का व्यवहार है तो आम लोगों के साथ कैसा बर्ताव करते होंगे. इस पर एसडीओ ने कहा कि मैंने किसी तरह का आदेश नहीं दिया है. एसडीओ ने अपने को घटना से अभिनज्ञ बताया.
महिला को दिक्कत न हो इसलिए पहियों में हवा भरवा दीः एसडीओ
इस संबंध में एसडीओ रवि आनंद ने कहा कि उस वकील ने मेरे समक्ष पहुंच कार्यालय कर्मियों की ओर से हवा निकलवाने के आरोप लगाए था. कर्मचारियों से पूछताछ की तो उन्होंने हवा नहीं निकालने की बात कही फिर भी उन्हें वाहन चलाने में दिक्कत न हो इसलिए कर्मचारियों से पंप मंगवा कर वाहन में हवा भरवा दिया.