गुमला: जिला में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए गुमला जिला प्रशासन के अधिकारियों ने जमीनी स्तर पर काम करना शुरू कर दिया है. इसके तहत गुमला डीडीसी हेमंत सती ने सरकारी स्कूल में हो रही कई अनियमितताओं को पकड़ा और वहां के शिक्षकों को फटकार लगाई. साथ ही उन्होंने भारी गड़बड़ी करने वालों शिक्षकों पर प्राथमिकी (FIR against teachers on irregularities in schools) दर्ज कराने का भी आदेश दिया.
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मिली हैं ये अनियमितताएं: दरअसल, गुरुवार को गुमला डीडीसी हेमंत सती बसिया प्रखंड क्षेत्र का औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे. इसी दौरान डीडीसी ने प्रखंड कार्यालय सभागार में विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की और सरकारी विद्यालयों की लचर शिक्षा पर चिंता जताई. उसके बाद उन्होंने संबंधित पदाधिकारियों को विद्यालयों के शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने का निर्देश दिया. उन्होंने प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय सोलंगबिरा का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान डीडीसी ने विद्यालय के शिक्षकों के द्वारा मध्यान्न भोजन में बरती गई अनियमितता को पकड़ा, जिसके बाद उन्होंने विद्यालय के शिक्षकों को जमकर फटकार लगाई. डीडीसी ने छात्रों की उपस्थिति रजिस्टर की जांच भी की, जिसमें लगभग 80 से अधिक बच्चों की उपस्थिति दिखाई गई थी, जबकि स्कूल में 50 से भी कम स्टूडेंट्स उपस्थित थे. विद्यालय प्रबंधन की ओर से ऐसा करने के पीछे मिड डे मील में घोटाला करने की मंशा थी.
शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश: ऐसे में उप विकास आयुक्त ने इस अनियमितता को पकड़ते हुए मौके पर मौजूद सीआरपी संतोष बीसी एवं बीईईओ विनीता केरकेट्टा को स्कूल के शिक्षक पर प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया. यही नहीं उन्होंने सीआरपी से कहा कि अगर आप शिक्षक पर प्राथमिकी दर्ज नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ ही प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी. इसके अलावा जांच के दौरान उप विकास आयुक्त ने बच्चों के स्कूल यूनिफॉर्म में सफाई और पैरों में जूते नहीं होने पर भी विद्यालय के शिक्षकों को व्यवस्था में सुधार लाने का निर्देश दिया.