उत्तराखंड के सुरंग हादसे में पूर्वी सिंहभूम के 6 लोग फंसे, एक ही गांव के 40 मजदूर कर रहे थे काम

उत्तराखंड के सुरंग हादसे में पूर्वी सिंहभूम के 6 लोग फंसे, एक ही गांव के 40 मजदूर कर रहे थे काम
उत्तराखंड में हुए टनल हादसे में पूर्वी सिंहभूमि जिले के 6 मजदूर फंसे हुए हैं. जबकि इसी जिले से कुल 40 मजदूर कार्य करने इस टनल में गए हुए थे, जिसमें से त्योहारों के कारण 22 वापस आ गए जबकि बाकी मजदूर इसी टनल में कार्य कर रहे हैं, और हादसे के कारण 6 अंदर फंसे हुए हैं. Uttarakhand tunnel accident.
घाटशिला, पूर्वी सिंहभूम: उत्तराखंड के सिल्क्यारा टनल में भूस्खलन के बाद उसमें देशभर के करीब 40 मजदूर फंस गए हैं. उत्तरकाशी के इस टनल में झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के घाटशिला के आदिवासी बहुल डुमरिया प्रखंड के 6 मजदूर भी फंसे हुए हैं. इस गांव से कुल 40 मजदूर इस टनल में काम करने गए थे, लेकिन त्योहार के कारण 22 लोग वापस आ गए. जबकि बाकी लोग टनल बनाने के कार्य में लगे हुए हैं.
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डुमरिया के मानिकपुर, कुंडा लुका और आसपास के 6 लोग इस टनल के अंदर फंसे हुए हैं. इनमे मानिकपुर ईचाड़ीह टोला के 22 वर्षीय गुणाधर नायेक, रंजीत लोहार, रविंद्र नायक, बांकी सोल गांव के समीर नायेक, कुंडालुका के भुक्तु मुर्मू और डुमरिया के टिंकू सरदार शामिल हैं.
डुमरिया के मानिकपुर गांव के एक ही परिवार के चार सदस्य गुनाधर नायक, आदित्य नायक, मुक्तेश्वर नाक और नरेश नायक इस टनल में काम करने गए हुए थे. लेकिन नरेश नायक पिछले दिनों अपने गांव मानिकपुर वापस आ गए हैं, जबकि अन्य तीनो भाई उत्तरकाशी में इस टनल में काम कर रहे हैं. इनमे से इनका सबसे छोटा भाई गुनाधर नायक टनल में फंसा हुआ है.
इसी गांव के रविंद्र नायक भी इस टनल में काम करने के दौरान फंसे हुए हैं. जैसे ही इस बात की जानकारी इनके परिजनों को मिली उनकी पत्नी और बच्चे काफी परेशान हैं. टनल धंसने की सूचना पाकर डुमरिया के थाना प्रभारी संजीवन उरांव ने टनल में फंसे लोगों के परिजनों से बात की और उनका वेरिफिकेशन किया. ग्रामीणों का कहना है कि जब से उन्होंने टनल धंसने की खबर सुनी है तब से सभी परेशान हैं. हालांकि थोड़ी राहत इस बात की है कि सभी सुरक्षित हैं और सरकार उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश कर रही है.
