रांचीः झारखंड मुक्ति मोर्चा ने राज्यसभा उम्मीदवार के रूप में महुआ माजी के नाम की घोषणा की है. इस घोषणा के बाद झारखंड कांग्रेस नेताओं में नाराजगी है. यही वजह थी कि हेमंत सोरेन ने प्रत्याशी के नाम की घोषणा की तो कांग्रेस के नेता नदारद दिखें. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जो सहमति दिल्ली में बनी थी, उसके उलट घोषणा की गई है. हालांकि, जेएमएम नेता सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि कांग्रेस बताये कि दिल्ली में किस बात पर सहमति बनी थी.
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कांग्रेस की नाराजगी पर जेएमएम केंद्रीय समिति सदस्य सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि कांग्रेस को नाराज होने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि करीब एक महीना पहले ही जेएमएम ने साफ कर दिया था कि प्रत्याशी हर हाल में झामुमो का ही होगा. सुप्रियो ने कहा कि जेएमएम विधायक दल की बैठक में जो फैसला लिया गया था. इस फैसले से अवगत कराने के लिए कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन दिल्ली गए थे. दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को बैठक में लिए गए फैसले की पूरी जानकारी दी.
सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि झामुमो, राजद और कांग्रेस का गठबंधन सिर्फ तीन दलों का गठबंधन नहीं हैं, बल्कि जनता का गठबंधन है. इसलिए इस महागठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा. राज्यसभा प्रत्याशी के नाम की घोषणा के समय कांग्रेस और राजद के कोई नेता मुख्यमंत्री के आवास पर उपस्थित नहीं थे. अब कल महुआ माजी नॉमिनेशन करेगी तो कांग्रेस और राजद के नेता उपस्थित रहें या नहीं. हालांकि, सुप्रियो ने कहा कि गठबंधन के नेता उपस्थित रहेंगे तो अच्छा संदेश जायेगा.