परवाणू नगर परिषद अध्यक्ष- उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव, 6 पार्षदों ने खोला मोर्चा

परवाणू नगर परिषद अध्यक्ष- उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव, 6 पार्षदों ने खोला मोर्चा
परवाणू नगर परिषद में कांग्रेस समर्थित पार्षदों ने भाजपा और आजाद पार्षद के साथ मिलकर अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पत्र उपायुक्त को सौंपा है. 6 पार्षदों ने आरोप लगाया है कि नगर में विकास काम ठप पड़े और दोनों अपनी मनमर्जी कर रहे हैं. (No confidence motion against Parwanoo NP President )
कसौली/सोलन: नगर परिषद परवाणू के 6 पाषदों ने अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव सौंपा है. इसमें 4 पार्षद कांग्रेस और 2 पार्षद भाजपा समर्थित हैं, जिन्होंने उपायुक्त कृतिका कुलहरी को वीरवार को अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के कार्यों से नाखुश होकर पत्र सौंपा और जल्द कार्यकारिणी को भंग करने की मांग की है. साथ ही आगामी कार्रवाई जल्द करने के लिए कहा गया है, ताकि लोगों के कार्य में किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न नहीं हो सके.(No confidence motion against Parwanoo NP President )
अध्यक्ष-उपाध्यक्ष पर मनमानी का आरोप: इस दौरान उन्होंने अध्यक्ष निशा शर्मा और उपाध्यक्ष सोनिया शर्मा की सही कार्यप्रणाली न होने का आरोप भी लगाया और क्षेत्र में काम ठीक प्रकार से न होने का हवाला भी दिया. साथ ही कहा कि दोनों की मनमानी के चलते शहर में विकास कार्यों की रफ्तार थमी हुई है. अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले 6 पार्षदों में पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष ठाकुर दास शर्मा, मोनिशा शर्मा, लखविंद्र सिंह, रणजीत सिंह, किरण चौहान और चंद्रावती शामिल हैं.(No confidence motion in Parwanoo City Council )
काम करने नहीं दिया जा रहा: पूर्व अध्यक्ष और पार्षद ठाकुर दास शर्मा ने बताया कि नगर परिषद परवाणू में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की कार्यप्रणाली की वजह से सभी पार्षदों का दम घुट रहा था, जिसके चलते यह कदम उठाया गया. उन्होंने कहा कि दोनों की मानमानी इस कदर है कि वह किसी भी पार्षद को ठीक से कार्य करने नहीं दे रहे हैं. इसके चलते विकास कार्य पूरी तरह से ठप हो गए.
कूड़ा प्रबंधन शून्य: उन्होंने कहा कि सीवरेज का कार्य परवाणू में ठीक से नहीं हो पा रहा है. कूड़ा प्रबंधन बिल्कुल शून्य हो चुका है. हाउस टैक्स की कलेक्शन ठीक से नहीं हो पा रही. ऐसे में नगर परिषद के सभी प्रतिनिधि अपने को ठगा सा महसूस कर रहे हैं, जिसके बाद अविश्वास प्रस्ताव उपायुक्त को दिया गया.
2021 में हुए थे चुनाव: बता दें कि नगर परिषद परवाणू के 2021 में चुनाव हुए थे, जिसमें 3 पार्षद किरण शर्मा, डेजी ठाकुर और रणजीत सिंह भाजपा समर्थित थे, जबकि 5 पार्षद निशा शर्मा, सोनिया शर्मा, लखविंद्र सिंह, चंद्रवति और ठाकुर दास शर्मा कांग्रेस समर्थित ने जीत दर्ज की थी. जबकि एक पार्षद मोनिशा शर्मा ने आजाद चुनाव लड़ा था और अपने वार्ड से परचम लहराया था.
अधिकतर पार्षद कांग्रेस के: जिसके बाद मोनिशा शर्मा ने कांग्रेस का दामन थाम लिया था और नगर परिषद की कमान कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष निशा शर्मा और उपाध्यक्ष सोनिया शर्मा के हाथ चली गई थी, लेकिन अब पार्षदों ने इनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. हैरत की बात यह है कि अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले अधिकतर पार्षद कांग्रेस के ही हैं, इससे नगर परिषद परवाणू में कांग्रेस पार्षदों में एकजूटता नहीं दिख रही है.
