Himachal Cryptocurrency Scam: क्रिप्टो ठगी मामले में रोज नए खुलासे, हिमाचल पुलिस की जीरकपुर में दबिश, अभी भी मास्टरमाइंड सुभाष के संपर्क में ठग

Himachal Cryptocurrency Scam: क्रिप्टो ठगी मामले में रोज नए खुलासे, हिमाचल पुलिस की जीरकपुर में दबिश, अभी भी मास्टरमाइंड सुभाष के संपर्क में ठग
हिमाचल प्रदेश क्रिप्टो करेंसी मामले में एसआईटी की जांच में हर दिन नए नए खुलासे सामने आ रहे हैं. बताया जा रहा है कि हिमाचल में बैठे सुभाष गैंग के ठग अभी भी मास्टरमाइंड सुभाष के संपर्क में हैं. वहीं, पुलिस की टीम ने जीरकपुर की एक कंपनी के यहां छापा मारकर कुछ दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स बरामद किए हैं. पढ़ें पूरी खबर.. (Himachal Cryptocurrency Scam) (SIT Seized Electronic Gadgets In Cryptocurrency)
शिमला: रातों-रात करोड़पति होने के लालच में हिमाचल की जनता जिन क्रिप्टो ठगों के जाल में फंसी है, उसे लेकर एसआईटी की जांच में नित्त नए खुलासे हो रहे हैं. इस सारे मकड़जाल का मास्टरमाइंड सुभाष बेशक दुबई में जाकर दुबक गया है, लेकिन हिमाचल में बैठे उसके गैंग के ठग अभी भी अपने आका के संपर्क में हैं. इसका खुलासा एक ठग के सुभाष शर्मा को किए गए फोन से हुआ है. पालमपुर के इस व्यक्ति न कई लोगों को क्रिप्टो में इन्वेस्ट करने के लिए राजी किया था.
इस व्यक्ति ने दुबई में बैठे सुभाष को फोन किया तो सर्विलांस पर रखे गए नंबर के कारण एसआईटी की राडार पर आ गया. वहीं, हिमाचल पुलिस की एक टीम ने गुपचुप तरीके से जीरकपुर की एक कंपनी के यहां छापा मारकर कुछ दस्तावेज व इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स कब्जे में लिए हैं. कंपनी का नाम क्यूएफएक्स ट्रेड लिमिटेड बताया जा रहा है. बता दें कि जिला मंडी की पुलिस टीम ने एक एसएचओ की अगुवाई में ये कार्रवाई की है. मंडी पुलिस ने जीरकपुर पुलिस के सहयोग से ये छापामारी की है. बताया जा रहा है कि ये दफ्तर खोला तो शेयर की खरीद फरोख्त के लिए था, लेकिन उसकी आड़ा में क्रिप्टो करेंसी में निवेश का धंधा चलाया जा रहा था. वहीं, जीरकपुर पुलिस ने भी एक गिरफ्तारी की है, जिसका खुलासा अभी नहीं किया गया है.
हिमाचल में क्रिप्टो की ठगी का जाल बड़ा गहरा था. इस मामले में एसआईटी ने अब तक कुल दस ठगों को पकड़ा है. जीरकपुर पुलिस भी इस मामले में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. हिमाचल में आलम ये है कि पुलिस विभाग के कर्मचारी इस निवेश के धंधे में इन्वालव थे. इसके अलावा अन्य सरकारी विभागों के कर्मचारियों को भी इसका चस्का लगा हुआ था. सभी की आंखों पर लालच की पट्टी बंधी थी और बहुत कम समय में निवेश की गई रकम को कई गुणा बढ़ाने का भरोसा दिया जाता था. कई ठगों ने क्रिप्टो में निवेश की गई रकम को जमीन व संपत्तियां खरीदने में लगाया था.
मंडी जिला के जोगेंद्रनगर में एक ऐसे ही मामले में जब ठग को अहसास हुआ कि वो कानूनी पचड़े में फंस जाएगा तो क्रिप्टो के पैसे से खरीदी गई जमीन को बेचने का जुगाड़ भिड़ाया. इस ठगी में नित्त नए खुलासों से एसआईटी भी हैरान है. जांच प्रभावित न हो, इसके लिए एसआईटी अभी जांच की कडिय़ों का खुलासा नहीं कर रही है. इतना तय है कि जिन लोगों ने भी क्रिप्टो करेंसी में निवेश करवाया है, वे एसआईटी के राडार पर हैं और कानूनी शिकंजे से बच नहीं सकते. हिमाचल पुलिस मास्टर माइंड सुभाष शर्मा को भी दुबई से लाने की तैयारियों में जुटी है. इसके लिए जरूरी प्रक्रियाएं पूरी की जा रही हैं.
