शिमला: हिमाचल में सत्ता संभालने के बाद से ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू अपने अंदाज में काम करने के लिए चर्चित हुए हैं. देर रात सचिवालय में बैठकों का दौर और सरकारी काम में टॉप सीक्रेसी बरतने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह पहचाने जा रहे हैं. शनिवार को अवकाश के बावजूद सीएम अपने सरकारी आवास ओक ओवर से राज्य सचिवालय पहुंचे. बड़ी बात ये थी कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने ओक ओवर से राज्य सचिवालय तक का रास्ता पैदल ही तय किया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने रास्ते में चल रहे लोगों से हाथ मिलाकर उनका हाल-चाल भी पूछा. मुख्यमंत्री बिना किसी सरकारी तामझाम और गाड़ियों के काफिले के बिना सचिवालय पहुंचे और सरकारी कामकाम निपटाया.
उल्लेखनीय है कि सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू पदभार संभालने के बाद से ही राज्य अतिथि गृह पीटर हाफ में रह रहे थे. सरकारी आवास ओक ओवर में मरम्मत व कुछ रिनोवेशन कार्य हो रहा था. रिनोवेशन के बाद शुक्रवार को सीएम ने ओक ओवर शिफ्ट किया था. उसके बाद शनिवार शाम को कुछ काम के चलते वे राज्य सचिवालय जाने के लिए तैयार किए. सीएम ने अपने काफिले को कहा कि वे पैदल ही जाएंगे. इसके बाद सुरक्षा दस्ते ने सीएम के पैदल जाने की जानकारी सभी संबंधितों को दी.
सीएम ओक ओवर से निकले और सचिवालय के लिए चल पड़े. उनके साथ एडवोकेट जनरल अनूप रत्न व अन्य अधिकारी थे. उल्लेखनीय है कि सीएम सुखविंदर सिंह कह चुके हैं कि उनकी सरकार व्यवस्था परिवर्तन का संकल्प लेकर चल रही है. सीएम के अनुसार उन्हें काम करने के लिए जनता ने चुना है. अकसर देखा गया है कि जिस समय सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू शिमला में होते हैं, वे देर रात तक सचिवालय में बैठकें बुलाते हैं और अफसरों को दिए गए टास्क की समीक्षा करते हैं.
शनिवार को ही सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने फैसला लिया कि वे जब भी शिमला में होंगे तो राज्य सचिवालय में रोजाना शाम को छह से सात बजे के बीच आम जनता व प्रतिनिधिमंडलों से मिलेंगे. इसके अलावा मंगलवार व शनिवार को सरकारी आवास ओक ओवर में सुबह नौ से दस बजे आम जनता से मुलाकात करेंगे. इस फैसले पर अमल भी शुरू हो गया. शनिवार को ही सचिवालय जाने के लिए सीएम ने सभी को चौंकाते हुए पैदल जाने का फैसला लिया. सीएम का ये अंदाज शिमला में खूब चर्चा का विषय बना.
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