Republic Day 2023: 26 जनवरी की परेड के लिए मंडी में कदम ताल

Republic Day 2023: 26 जनवरी की परेड के लिए मंडी में कदम ताल
26 जनवरी गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य पर मंडी में होने वाले जिला स्तरीय समारोह को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. इसी के चलते मंगलवार को को मंडी शहर के ऐतिहासिक सेरी मंच पर पुलिस जवानों, होम गार्ड, एनसीसी कैडेट सहित स्कूली बच्चों ने परेड की रिहर्सल की. पढ़ें पूरी खबर...
मंडी: देश इस साल 74वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है. 26 जनवरी 1950 को जब भारत ने अपना संविधान लागू किया गया था, तो उसी दिन से इस दिवस दिवस को मनाने की शुरुआत की गई थी. 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य पर मंडी में होने वाले जिला स्तरीय समारोह को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. इसी के चलते मंगलवार को को मंडी शहर के ऐतिहासिक सेरी मंच पर पुलिस जवानों, होम गार्ड, एनसीसी कैडेट सहित स्कूली बच्चों ने परेड की रिहर्सल की.
इस दौरान डीएसपी हेड क्वार्टर ने परेड का निरीक्षण किया. हालांकि बीते कुछ दिनों से मौसम जिला में खराब बना हुआ है, लेकिन फिर भी बारिश के दौरान भी परेड की रिहर्सल में उत्साह देखने को मिला.पुलिस अधीक्षक मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि जिला स्तरीय गणतंत्र समारोह मंडी शहर के सेरी मंच पर हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा. पुलिस और होमगार्ड के टुकड़ियां इन दिनों परेड की रिहर्सल में जुटी हैं. गणतंत्र दिवस के जिला स्तरीय कार्यक्रम में पुलिस जवानों का बेहतर प्रदर्शन देखने को मिलेगा. शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि परेड की अंतिम रिहर्सल 25 जनवरी को होगी.
26 जनवरी को सेरी मंच पर आयोजित होने वाले जिला स्तरीय समारोह में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे. शिक्षा मंत्री प्रातः पौने 11 बजे संकन गार्डन स्थित शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित कर, गांधी चौक में महात्मा गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे. इसके उपरांत शिक्षा मंत्री 11 बजकर 2 मिनट पर सेरी मंच पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे. इसके बाद वे परेड का निरीक्षण कर मार्च पास्ट की सलामी लेंगे और जिला वासियों के नाम अपना संदेश देंगे. इस मौके पर स्कूली बच्चों द्वारा संस्कृति व देशभक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किए जाएंगे. इसके उपरांत सांस्कृतिक व पारितोषिक वितरण कार्यक्रम भी होगा.
कहां मनाया गया पहला गणतंत्र दिवस: आजाद भारत में पहली बार 26 जनवरी 1950 को पहला गणतंत्र दिवस मनाया गया था. इस दिन देश का संविधान लागू हुआ था. पहली बार पुराना किला के सामने स्थित इरविन स्टेडियम में गणतंत्र दिवस की परेड आयोजित की गई थी. वर्तमान में इस जगह पर दिल्ली का चिड़ियाघर है और इरविन स्टेडियम को बाद में नेशनल स्टेडियम और अब मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम के नाम से जाना जाता है.
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