करसोग: हिमाचल के करसोग में लोकतंत्र यूं ही मजबूत नहीं हो रहा हैं. यहां की कठिन भौगोलिक परिस्थितियों से रोजाना जूझने वाले ग्रामीण दिनचर्या के कार्यों को निपटाने में जितना पसीना बहाते हैं, उतने ही अधिक लोकतंत्र की मजबूती के लिए अपने मताधिकार को लेकर भी जागरूक है. यही वजह है कि विधानसभा के लिए 12 नवंबर को हुए मतदान में करसोग के शहरी क्षेत्रों की तुलना में अति दुर्गम क्षेत्र दुरकनु में लोगों ने सबसे अधिक मतदान करने का रिकॉर्ड बनाया है.
विकासखंड चुराग के तहत इस दुर्गम क्षेत्र को दिनभर में एचआरटीसी की एक ही बस आती और जाती है. कुछ साल पहले ही कच्ची सड़क के माध्यम से तहसील मुख्यालय से जुड़े क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं का भारी अभाव है, लेकिन लोकतंत्र के महायज्ञ में लोगों ने अधिक उत्साह के साथ मतदान की ऐसी आहुति डाली की विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक मतदान का रिकार्ड ही बना डाला. मतदान केंद्र 17 दुरकनु में सबसे अधिक 88.89 फीसदी मतदान हुआ.
दुर्गम क्षेत्र की तुलना में शहर में कम मतदान: विधानसभा क्षेत्र में दुर्गम क्षेत्रों की तुलना में सुविधा से संपन्न करसोग में कम मतदान हुआ. यहां मतदान केंद्र 59 करसोग टू में 72.50 फीसदी मतदान हुआ. इस पोलिंग स्टेशन में कुल वोटरों की संख्या 1222 है, जिसमें 886 लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. इसी तरह लोअर करसोग में 72.58 फीसदी मतदान रहा. यहां कुल 1127 मत्तादाओं में से 818 लोगों ने वोट डाले. वहीं करसोग वन में 75.32 फीसदी मतदान हुआ. इस पोलिंग स्टेशन में कुल मतदाताओं की संख्या 701 है, जिसमें 528 मतदाताओं ने वोट डाले.
ओवर ऑल 76.53 फीसदी मतदान: करसोग विधानसभा क्षेत्र में 76.53 फीसदी मतदान हुआ, जो पिछली तुलना में 2.51 फीसदी अधिक रहा. वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में 74.02 फीसदी मतदान रहा था. विधानसभा में कुल 58,454 मतदाताओं ने वोट डाले. इसमें सबसे अधिक 29,902 पुरषों और 28,552 महिलाओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. करसोग में मतदाताओं की संख्या 76,377 है, जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 38,693 व महिला मतदाताओं की संख्या 37,684 है.
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