द्रंग पुलिस थाना पधर में हुआ शिफ्ट, लोगों ने जताई आपत्ति, पुलिस चौकी की उठाई मांग

द्रंग पुलिस थाना पधर में हुआ शिफ्ट, लोगों ने जताई आपत्ति, पुलिस चौकी की उठाई मांग
Demand For Drang Police Chowki: बीते दो माह पहले द्रंग पुलिस थाने को पधर शिफ्ट कर दिया गया है. जिससे द्रंग के लोगों में खासा रोष है. लोगों की मांग है कि अगर द्रंग पुलिस थाना यहां से पधर के लिए शिफ्ट कर दिया गया है तो फिर द्रंग में चौकी बनानी चाहिए, ताकि उन्हें असामाजिक तत्वों का डर न रहे.
मंडी: जिला मंडी के द्रंग पुलिस थाने को शिफ्ट करने का विरोध लगातार जारी है.गौरतलब है कि करीब दो महीने पहले इस थाने को पधर शिफ्ट कर दिया गया था. द्रंग वासियों में इसे लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ भारी रोष है. द्रंग के लोगों का कहना है कि अगर थाने को यहां से शिफ्ट करना ही था तो द्रंग में कम से कम पुलिस चौकी तो रहने देते.
द्रंग से पधर की दूरी 12 KM: गौरतलब है कि अंग्रेजी शासन काल के दौरान द्रंग में पुलिस चौकी खुली थी, जिसे बाद में अपग्रेड करके थाना बनाया गया था. इसका भवन काफी पुराना हो गया है. पधर में थाने के लिए नया भवन बनाया जा रहा है. जिसके चलते द्रंग पुलिस थाने को अब पधर शिफ्ट कर दिया गया है. हालांकि वहां पर भी अभी इसे अस्थायी भवन में ही चलाया जा रहा है. द्रंग से पधर की दूरी करीब 12 किमी की है.
क्षेत्र में बढ़ा असमाजिक तत्वों का डर: स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि द्रंग में जो रियासतकालीन पुलिस चौकी थी उसे फिर से खोला जाए, क्योंकि द्रंग पुलिस थाने के पधर में शिफ्ट होने से क्षेत्र के असामाजिक तत्वों में पुलिस का डर अब समाप्त हो गया है. क्षेत्र में न तो पुलिस की पेट्रोलिंग हो रही है और न ही पुलिस की किसी अन्य प्रकार से उपस्थिति है. जिसके चलते असामाजिक तत्व अपनी मनमानी पर उतर आए हैं.
ग्रामीणों ने की पुलिस चौकी मांग: स्थानीय निवासी तेज सिंह, ग्राम पंचायत टांडू के प्रधान शुभम शर्मा, सपना देवी और कुसुम कुमारी ने बताया कि वे द्रंग में पुलिस चौकी को बहाल करने की मांग को लेकर एसपी मंडी से लेकर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू तक से मिल चुके हैं, लेकिन बावजूद इसके इस पुलिस चौकी को बहाल नहीं किया जा रहा है. लोगों का कहना है कि पुलिस थाना न होने से क्षेत्र में असामाजिक गतिविधियां बढ़ रही हैं. ग्रामीणों ने सरकार से मांग उठाई है कि पुलिस चौकी को फिर से बहाल किया जाए, ताकि क्षेत्र की कानून व्यवस्था बनी रहे.
