कांगड़ा घाटी में मौसम की मार, चाय उत्पादन में वृद्धि की उम्मीद कम

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Published : Nov 17, 2022, 4:05 PM IST

tea production in himachal

इस साल कांगड़ा घाटी में मौसम की मार से चाय उद्योग को खासा नुकसान पहुंचा है. 15 अप्रैल से 15 जून तक ड्राई स्पेल रहने के चलते चाय उद्योग में उत्पादन वृद्धि की नाममात्र उम्मीद है. (Tea production in Himachal).

धर्मशाला: कांगड़ा घाटी में मौसम की मार से चाय उद्योग को नुकसान उठाना पड़ा है. अप्रैल से जून माह के मध्य तक बारिश न होने के चलते इस वर्ष अपेक्षा अनुरूप उत्पादन की उम्मीद नजर नहीं आ रही है. बात करें धर्मशाला चाय उद्योग की तो यहां भी पिछले वर्ष की अपेक्षा 2 हजार किलोग्राम उत्पादन की वृद्धि की संभावना है. (Tea production in Himachal) (Tea production affected)(Dharamshala Tea Industry).

बता दें, मार्च-अप्रैल में बारिश होने के चलते अच्छे उत्पादन की संभावना रहती है लेकिन इस वर्ष 15 अप्रैल से 15 जून तक ड्राई स्पेल रहने के चलते चाय उद्योग में उत्पादन वृद्धि की उम्मीद नाममात्र ही जताई जा रही है. धर्मशाला चाय उद्योग के मैनेजर अमन पाल सिंह ने कहा कि बारिश न होने के चलते इस वर्ष कंपनी प्रबंधन को 1 लाख 40 हजार किलोग्राम चाय उत्पादन की उम्मीद है, जबकि पिछले वर्ष 1 लाख 37 हजार 900 उत्पादन दर्ज किया गया था, जबकि इस बार उत्पादन में 2100 किलोग्राम उत्पादन बढ़ोतरी की उम्मीद है.

चाय उत्पादन में वृद्धि की उम्मीद कम

वहीं, कंपनी प्रबंधन का कहना है कि यदि मौसम मेहरबान होता तो यही उत्पादन डेढ़ लाख किलोग्राम से भी ऊपर जा सकता था. धर्मशाला चाय उद्योग के मैनेजर अमन पाल सिंह ने कहा कि मौसम की बेरुखी से इस वर्ष अपेक्षा अनुरूप उत्पादन की उम्मीद नहीं है. अप्रैल 15 से लेकर जून के मध्य माह तक बारिश न होने की वजह से उत्पादन में कमी आई है. अभी कंपनी को 1.40 लाख किलोग्राम चाय उत्पादन की उम्मीद है, जबकि मौसम मेहरबान रहता तो यही उत्पादन डेढ़ लाख किलोग्राम से अधिक हो सकता था.

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