हिमाचल पहुंचे 22 हजार से अधिक विदेशी परिंदे, पौंग डैम झील में बढ़ी रौनक

author img

By

Published : Nov 23, 2022, 7:53 PM IST

पौंग डैम वाइल्डलाइफ सेंचुरी

वन्य प्राणी विभाग के अनुसार 16 नवंबर तक पौंग डैम वाइल्डलाइफ सेंचुरी में 21473 विदेशी परिंदे, जबकि 5898 स्थानीय परिंदे पहुंच चुके हैं. विदेशी परिंदों के आगमन के साथ ही सेंचुरी एरिया में पक्षी प्रेमियों और बर्ड वॉचर्स की आमद भी बढ़ने लगती है. पढ़ें पूरी खबर...(Pong Dam Wildlife Sanctuary) (migratory birds reached pong dam)

धर्मशाला: सर्दियों के आगमन के साथ ही वॉटर डिपेंडेंट विदेशी परिंदों ने पौंग डैम वाइल्डलाइफ सेंचुरी में डेरा जमाना शुरू कर दिया है. अब तक की बात करें तो 22 हजार से अधिक विदेशी परिंदे पौंग डैम वाइल्डलाइफ सेंचुरी में पहुंच चुके हैं. इसके अतिरिक्त साढ़े पांच हजार से अधिक स्थानीय परिंदें भी सेंचुरी एरिया पहुंच चुके हैं. सबसे अधिक विदेशी परिंदे बुहल खड्ड से चाटटा वॉच में देखे जा सकते हैं, जबकि स्थानीय परिंदों की सबसे अधिक संख्या देहरा ब्रिज से लेकर डाडा खड्ड तक देखी जा सकती है. सर्दियों में कई देशों में बर्फबारी होने के चलते भोजन की तलाश में विदेशी परिंदे पौंग डैम वाइल्डलाइफ सेंचुरी का रुख करते हैं. (Pong Dam Wildlife Sanctuary)

कौन-कौन विदेशी प्रजातियां पहुंची: पौंग डैम वाइल्डलाइफ सेंचुरी में अब तक ग्रेबस, कोरमोरेंटस एंड डारटर, हेरोन्स, एगरेटस और बिटरनस, स्टॉरक्स, गीजे एंड डक्स, रैलस, गैलीन्यूलस एंड कूट, शोरेबर्ड्स- वेडर्स, गल्स, टर्नस एंड स्कीमेर्स, हॉक्स, इगलस, ऑसप्रे एंड फालकॉन्स, वैगटेलस एंड पीपीटस, लारक्स, ब्यू थरोट, मालकोहा, केसट्रल और होबी प्रमुख प्रजातियों के विदेशी परिंदे पहुंच चुके हैं. जबकि इन प्रजातियों की अन्य प्रजातियां भी यहां पहुंची हैं. इसके अतिरिक्त स्थानीय 60 से अधिक प्रजातियों के परिंदे भी इन दिनों सेंचुरी एरिया में आ चुके हैं. (migratory birds reached pong dam)

वीडियो.

किन प्रमुख एरिया में आते हैं परिंदे: पौंग डैम वाइल्डलाइफ सेंचुरी में ज्वाली, नगरोटा सूरियां, भटोली फकोरियां, देहरा, धमेटा बीट, पौंग डैम बीट, संसारपुर टैरस बीट, डाडासीबा बीट प्रमुख हैं, जहां विदेशी व देश के अन्य राज्यों में पाए जाने वाले परिंदे पहुंचते हैं. वन्य प्राणी विभाग के अनुसार 16 नवंबर तक पौंग डैम वाइल्डलाइफ सेंचुरी में 21473 विदेशी परिंदे, जबकि 5898 स्थानीय परिंदे पहुंच चुके हैं.

किस एरिया में कितने परिंदे: ज्वाली बेल्ट के बुहल खड्ड से देहरी खड्ड तक 3484 विदेशी और 704 स्थानीय, देहरी खड्ड से गज खड्ड में 1195 विदेशी व 233 स्थानीय, गज खड्ड से जटां दा नाला में 3011 विदेशी व 537 स्थानीय, रैंसर में 120 विदेशी व 59 स्थानीय, जटां दा नाला से लेकर बनेर खड्ड तक 691 विदेशी व 525 स्थानीय, बनेर खड्ड से डोला नाला तक 541 विदेशी व 144 स्थानीय, डोला नाला से देहरा तक 381 विदेशी व 196 स्थानीय, देहरा ब्रिज से डाडा खड्ड तक 1451 विदेशी व 838 स्थानीय, बुहल खड्ड से चाटटा वॉच तक 3448 विदेशी व 634 स्थानीय, चाटटा से पीर बाबा तक 3364 विदेशी व 183 स्थानीय, धमेटा से पौंग डैम तक 1631 विदेशी व 252 स्थानीय, घाटी से शाहनहर बैरेग तक 538 विदेशी व 429 स्थानीय, शाहनगर बैरेग से स्थाना तक 1074 विदेशी व 897 स्थानीय, पौंग डैम से स्यूल खड्ड तक 196 विदेशी व 127 स्थानीय और स्यूल खड्ड से डाडा खड्ड तक 347 विदेशी व 140 स्थानीय परिंदे इन दिनों विचरण कर रहे हैं.

पक्षी प्रेमी भी करने लगे सेंचुरी का रुख: विदेशी परिंदों के आगमन के साथ ही सेंचुरी एरिया में पक्षी प्रेमियों और बर्ड वॉचर्स की आमद भी बढ़ने लगती है. अभी पक्षियों की आमद शुरु हुई है, ऐसे में पक्षी प्रेमी भी सेंचुरी का रुख करने लगे हैं. पौंग डैम में आयोजित किए जाने वाले बर्ड फेस्टीवल में भी काफी संख्या में पक्षी प्रेमी और पक्षियों को देखने की चाहत रखने वाले लोग पहुंचते हैं. चीफ कंजरवेटर आफ वाइल्ड लाइफ, सर्किल धर्मशाला (Wildlife Circle Dharamshala) उपासना पटियाल ने कहा कि पौंग डैम वाइल्डलाइफ सेंचुरी एरिया में इस साल पहुंचे विदेशी परिंदे अच्छी हेल्थ में हैं. विभाग द्वारा अब तक जो गणना की गई है, उसके अनुसार अभी तक पौंग डैम वाइल्डलाइफ सेंचुरी एरिया में 27371 परिंदे पहुंचे हैं, जिनमें 21473 विदेशी और 5898 स्थानीय परिंदे पहुंचे हैं जो कि पानी पर निर्भर होते हैं और पानी के आसपास पाए जाते हैं.

ये भी पढ़ें: मंडी के जसप्रीत पाल साइकिल से पहुंचे शिकारी देवी, 8 घंटे 50 मिनट में तय किया सफर

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.