Himachal Statehood Day Program: सत्ता परिवर्तन के बाद सुक्खू सरकार का पहला बड़ा सरकारी कार्यक्रम, मंच की सियासत पर बनी रहेंगी निगाहें

Himachal Statehood Day Program: सत्ता परिवर्तन के बाद सुक्खू सरकार का पहला बड़ा सरकारी कार्यक्रम, मंच की सियासत पर बनी रहेंगी निगाहें
राज्य स्तरीय हिमाचल पूर्ण राज्यत्व दिवस का आयोजन बाल स्कूल हमीरपुर के मैदान में किया जा रहा है. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद यह पहला बड़ा सरकारी कार्यक्रम होगा. सीएम सुक्खू कार्यक्रम में विशेष रूप से शिरकत करेंगे. इस दौरान मंच पर नेताओं के बैठने के क्रम से लेकर हर छोटी बड़ी बात पर राजनीतिक जानकारों की नजरें बनी रहेगी. (CM Sukhu in Hamirpur) (Himachal Statehood Day Program in Hamirpur) (Himachal Statehood Day)
हमीरपुर: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के हमीरपुर जिले के पहले दौरे को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हैं. प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद पहला बड़ा सरकारी कार्यक्रम मुख्यमंत्री के गृह जिला हमीरपुर में आयोजित किया जा रहा है. राज्य स्तरीय हिमाचल पूर्ण राज्यत्व दिवस का आयोजन बाल स्कूल हमीरपुर के मैदान में किया जा रहा है. इस आयोजन को सफल बनाने के लिए शासन के साथ कांग्रेस नेताओं ने भी भरसक प्रयास किए हैं. कार्यक्रम तो सरकारी होगा लेकिन मंच पर नेताओं के बैठने के क्रम से लेकर हर छोटी बड़ी बात पर राजनीतिक जानकारों की नजरें बनी रहेगी.
मंत्रिमंडल गठन के बाद पहला बड़ा कार्यक्रम: हिमाचल प्रदेश के मंत्रिमंडल गठन के बाद पहला बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. मंत्रिमंडल में हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के किसी भी बड़े कांग्रेसी नेता को जगह नहीं मिल पाई है. वहीं, 3 पद अभी भी मंत्रिमंडल में रिक्त चल रहे हैं. मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर भी चर्चाएं जोरों पर हैं. ऐसे में इस कार्यक्रम में मंच पर नेताओं के बैठने के क्रम से लेकर नजदीकियों और दूरियों के कयास भी खूब लगाए जाएंगे. कुल मिलाकर यह कार्यक्रम नई नवेली सरकार की कार्यशैली का आईना साबित होगा. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, कैबिनेट मंत्रियों और विधायकों तथा संगठन से जुड़े नेताओं की पॉलिटिकल केमिस्ट्री पर भी सियासी जानकारों के नजरें बनी रहेंगी.
मंत्रिमंडल से हमीरपुर की दूरी, किस भूमिका में होंगे मुख्यमंत्री के गृह जिला के विधायक: राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृह जिले के विधायकों की भूमिका पर भी सभी की निगाहें बनी रहेंगी. दरअसल सभी विधायक कार्यक्रम के दौरान खुद को साबित करने का प्रयास करेंगे. कांग्रेस के दिग्गज नेता राजेंद्र राणा और बड़सर से विधायक इंद्र दत्त लखनपाल वरिष्ठता की सूची में ऊपर है. लेकिन भोरंज के विधायक सुरेश कुमार मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के बेहद करीबी हैं. सुजानपुर से विधायक राजेंद्र राणा और बड़सर से विधायक इंद्र दत्त लखन पाल मंत्री बनने की रेस में थे लेकिन उन्हें जगह नहीं मिल पाई है. ऐसे में इस कार्यक्रम में इन सभी विधायकों की भूमिका पर भी सभी की निगाहें रहेंगी. कांग्रेसी विधायकों के साथ ही निर्दलीय चुनाव जीतकर कांग्रेस को समर्थन देने वाले विधायक आशीष शर्मा भी कार्यक्रम में शामिल होंगे. ऐसे में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू अपने जिले के विधायकों को कितना महत्व इस समय देंगे यह भी बेहद महत्वपूर्ण रहेगा.
चेयरमैन, मंत्री, हर बड़े पद के तलबगार होंगे कार्यक्रम में शामिल: मंत्रिमंडल के विस्तार के कयास लगातार लगाए जा रहे हैं. कायदे से अभी तीन मंत्रियों के पद भरे जाने हैं. ऐसे में मंत्रिमंडल के गठन के दौरान मंत्री बनने से चुके कांग्रेस के दिग्गज नेता इस कार्यक्रम में शामिल होंगे अथवा नहीं, इसे लेकर भी अटकलें लगातार जारी हैं. मुख्यमंत्री के गृह जिले में यह कार्यक्रम आयोजित हो रहा है. ऐसे में सभी बड़े नेताओं के इसमें शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं. मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही विभिन्न निगम और बोर्ड में चेयरमैन बनने के इच्छुक नेता भी कार्यक्रम में नजर आएंगे. हमीरपुर जिले से ही ऐसे कई नेता हैं जो विभिन्न निगम और बोर्ड में चेयरमैन बनने के इच्छुक हैं. ऐसे में कांग्रेस की सरकार में बड़े पदों की इच्छा रखने वाले संगठन से जुड़े हुए लोग प्रदेशभर से मुख्यमंत्री के गृह जिले में पहुंचेंगे.
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