Churah Assembly Seat: क्या चुराह में इस बार यशवंत को हराएंगे हंसराज, दांव पर बीजेपी की साख

author img

By

Published : Nov 22, 2022, 4:29 PM IST

Churah Assembly Constituency profile

8 दिसंबर को मतगणना के दिन पता चल पाएगा कि हिमाचल में किस पार्टी की सरकार बनती है और किस विधानसभा सीट पर किस प्रत्याशी की जीत होती है. हालांकि सियासतदान अभी से अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. इस सीट पर पीछले दो विधानसभा चुनाव से बीजेपी का दबदबा रहा है. वहीं, अनुसूचित जाति और मुस्लिम समाज का वोट ही इस सीट पर हार जीत तय करता है. इस बार चुराह विधानसभा सीट बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए महत्वपूर्ण है. (political equation of Churah assembly seat) (Churah Assembly Constituency profile)

चुराह: हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में कुल पांच विधानसभा सीटें हैं. कुल 68 विधानसभा क्षेत्रों में ये पहली विधानसभा सीट है. चुराह विधानसभा सीट एससी के लिए आरक्षित है. वैसे तो इस सीट पर पीछले दो विधानसभा चुनाव से बीजेपी का दबदबा रहा है, लेकिन इस बार बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टी के बीच मुख्य मुकाबला है. वर्तमान में भाजपा के हंसराज इस सीट से विधायक हैं. अब देखने वाली बात यह है कि इस साल चुराह विधानसभा सीट पर जनता कमल खिलाती है या हाथ का साथ देती है. फिलहाल अब यह तो 8 दिसंबर को मतगणना के दिन ही स्पष्ट हो पाएगा. (Congress candidate from Churah assembly seat) (BJP candidate from Churah assembly seat)

चुराह विधानसभा सीट पर चुनावी मैदान में प्रत्याशी: बता दें कि, चुराह विधानसभा सीट साल 2008 में विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आया था. इससे पहले इसे राजनगर निर्वाचन क्षेत्र के रूप में जाना जाता था. चुराह विधानसभा सीट पर इस बार कुल 3 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. इनमें कांग्रेस से यशवंत सिंह, भाजपा से हंस राज और आम आदमी पार्टी से नंद कुमार जरयाल चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमाने उतरे हैं. (Churah Assembly Constituency) (Churah Assembly Constituency profile)

कौन हैं बीजेपी प्रत्याशी हंसराज: चुराह विधानसभा सीट से बीजेपी से हंसराज चुनावी मैदान में हैं. हंसराज ने पीएचडी तक की पढ़ाई पूरी की है. पिछले करीब साढ़े नौ साल से भाजपा के विधायक के रूप में हंसराज अपना कार्यकाल बिता रहे हैं. पहली बार भाजपा की टिकट से हंसराज ने 2012 में विधान सभा चुनाव लड़ा और अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार और दो बार के लगातार विधायक सुरेंद्र कुमार भारद्वाज को 2,211 वोट से पराजित करके पहली बार विधान सभा पहुंचे उसके बाद वर्ष 2017 के विधान सभा चुनाव हुए और भाजपा की तरफ से हंसराज को टिकट दिया गया और कांग्रेस पार्टी से एक बार की हार के बाद दोबारा सुरेंद्र कुमार भारद्वाज को कांग्रेस पार्टी का उम्मीदवार बनाया गया, लेकिन हंसराज ने 4,944 वोट से सुरेंद्र कुमार भारद्वाज को पराजित करके इस सीट पर विजय हासिल की. बाद में भाजपा ने उन्हें विधानसभा का उपाध्यक्ष के पद से भी नवाजा. (Himachal Pradesh Election 2022) (Himachal Pradesh elections Exit Polls)

चुराह सीट पर हिमाचल विधानसभा के उपाध्यक्ष हंसराज की साख दांव पर है. बीजेपी ने इस बार भी उन्हीं पर दांव खेला है. वहीं कांग्रेस ने चुराह सीट से यशवंत सिंह खन्ना और आम आदमी पार्टी ने नंद कुमार जरयाल को चुनाव मैदान में उतारा है. 2012 और 2017 विधानसभा चुनाव में इस सीट पर जीत हासिल की थी. इस बार बीजेपी और हंसराज के सामने हैट्रिक का मौका है. (Yashwant Singh vs Hans Raj) (churah Constituency ground report)

Churah Assembly Constituency profile
2003 से 2017 तक चुराह विधानसभा सीट पर जीत का अंतर.

2012 के चुनावों में चुराह की विधानसभा सीट से बीजेपी की टिकट पर हंसराज ने जीत हासिल की थी. कांग्रेस के सुरेन्द्र भारद्वाज 2211 वोट से चुनाव हार गए थे. साल 2017 में भी यही दोनों प्रत्याशी आमने सामने थे. इस बार भी हंसराज ने सुरेंद्र भारद्वाज को 4944 वोट से हराया था. हालांकि इस बार कांग्रेस पार्टी ने अपने प्रत्याशी को बदलकर नए चेहरे पर भरोसा जताया है. (bjp candidate in churah) (Congress candidate in churah )

कौन हैं कांग्रेस प्रत्याशी यशंवत सिंह: चुराह विधानसभा सीट पर कांग्रेस से यशवंत सिंह चुनावी मैदान में हैं. इस बार यशवंत सिंह, हंसराज के लिए रोड़ा बने हुए हैं. यशवंत सिंह हंसराज को पटखनी दे पाते हैं या चुनावी जंग में हार का सामना करना पड़ेगा यह तो मतगणना के दिन पता चल पाएगा. कांग्रेस प्रत्याशी ने एमएससी तक पढ़ाई की है. उनके खिलाफ अभी तक किसी तरह का कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है.

चुराह विधानसभा क्षेत्र में चुनावी गणित: चुराह विधानसभा सीट पर साल 2003 और 2007 में भारतीय जनता पार्टी को दो बार लगातार हार का सामना कांग्रेस के उम्मीदवार सुरेंद्र कुमार भारद्वाज से करना पड़ा था. उनके मुकाबले पूर्व राज्य मंत्री मोहन लाल लगातार दो बार चुनाव हार गए थे. इसलिए कार्यकर्ताओं में काफी निराशा थी. इसी को देखते हुए भाजपा ने पहली बार अपर चुराह पर दांव खेला और यहां से युवा जिला परिषद सदस्य हंसराज को पार्टी का उम्मीदवार बनाया. यही कारण था कि भाजपा ने इसे गांव और शहरी क्षेत्र के बीच बांट दिया. क्योंकि अपर चुराह में 53 पंचायतें आती हैं, जबकि लोअर चुराह में 17 पंचायतें आती हैं. ऐसे में अपर चुराह की बोली चुराही अलग है, जबकि लोअर क्षेत्र की बोली में भाषा का फर्क होने से भाजपा के उम्मीदवार को चुराह की जनता ने 2211 वोटों से जीत दिलाई. उसके बाद लगातार दूसरी बार हंसराज ने फिर वर्ष 2017 में जीत का परचम लहराया. हालंकि अब कांग्रेस की मुश्किल इस विधानसभा क्षेत्र में काफी हद तक बढ़ी है. क्योंकि जिस तरह की भाषा बोली हंसराज बोलते हैं उस तरह की बोली लोअर चुराह के लोगों को नहीं आती है. यही कारण है कि भाजपा यहां से जीत हासिल करने में कामयाब हुई है. (Himachal Pradesh elections result 2022) (Himachal Pradesh Election news)

अनुसूचित जाति और मुस्लिम समाज का वोट तय करता है हार-जीत: चुराह विधान सभा क्षेत्र में 20 प्रतिशत तक मुस्लिम समाज का मतदाता है जो अपना वोट डालते हैं. इसी तरह तीस प्रतिशत के आसपास दलित समाज का वोट है जो बड़ा फैक्टर माना जाता है. दरअसल जिस भी उम्मीदवार दवार के पक्ष में यह वोट आ गया, उसकी जीत पक्की मानी जाती है. हालंकि इस वोट बैंक में भाजपा ने बड़ी आसानी से सेंध लगाने का प्रयास किया, जिसके चलते भाजपा कहीं न कहीं कामयाब भी होती दिखी. इस विधानसभा क्षेत्र में आज भी अधिकतर वोट बैंक भाजपा के विधायक हंसराज के साथ खड़ा नजर आता है. इस क्षेत्र में बिना किसी भेदभाव के लोग हंसराज को अपना समझकर वोट देते हैं. हालांकि अब समीकरण बदले हैं पहले एक एक उम्मीदवार होते थे, लेकिन इस बार भाजपा कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. (political equation of Churah assembly seat) (himachal assembly election 2022)

चुराह विधानसभा क्षेत्र के अहम मुद्दे: इस बार चुनाव में चुराह विधान सभा क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी जैसे कई मुद्दे मुख्य रहे. नागरिक अस्पताल में स्टाफ की कमी और अल्ट्रसाउंड मशीन न होने से मरीजों के आए दिन होने वाली परेशानियों का भी मुद्दा उठा. कई क्षेत्रों में आज भी सड़क सुविधाओं का कमी का मुद्दा मुख्य रहा. इसके साथ ही विधानसभा चुनाव में स्कूलों में स्टाफ की कमी का भी मुद्दा जोर-शोर से उठा. (Churah Assembly Constituency Issues)

Churah Assembly Constituency issues
चुराह विधानसभा क्षेत्र के अहम मुद्दे.

चुराह विधानसभा सीट पर मतदान प्रतिशत: चंबा जिले में 2017 में 72.81 फीसदी मतदान हुआ था, जबकि इस साल 73.90 मतदान दर्ज किया गया है. यानी इस साल 1.09 फीसदी अधिक मतदान हुआ है. अब चुराह विधानसभा सीट की बात करते हैं. 2017 में चुराह विधानसभा क्षेत्र में 75.81 फीसदी मतदान हुआ था. वहीं, इस साल चुराह विधानसभा सीट पर 78.29 फीसदी मतदान हुआ है. 2017 के मुकाबले 2022 में चुराह विधानसभा सीट पर 2.48 फीसदी अधिक मतदान हुआ है. (Voting percentage in Churah assembly seat) (Chamba district voting percentage)

ये भी पढ़ें: Bharmour Assembly Seat: भरमौर में इस बार चाचा की होगी जीत या भातीजा मारेगा बाजी

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.