Bharmour Assembly Seat: भरमौर में इस बार चाचा की होगी जीत या भतीजा मारेगा बाजी

author img

By

Published : Nov 22, 2022, 1:23 PM IST

Updated : Nov 22, 2022, 9:48 PM IST

Bharmour Assembly Constituency profile

8 दिसंबर को मतगणना के दिन पता चल पाएगा कि हिमाचल में किस पार्टी की सरकार बनती है और किस विधानसभा सीट पर किस प्रत्याशी की जीत होती है. हालांकि सियासतदान अभी से अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. बहरहाल जिला चंबा के जनजातीय विधानसभा क्षेत्र पांगी-भरमौर में पूर्व वन मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता ठाकुर सिंह भरमौरी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. पूर्व मंत्री का मुकाबला प्रसिद्व न्यूरो सर्जन डॉक्टर जनक राज के साथ है, जो रिश्ते में पूर्व मंत्री के चाचा लगते हैं. (political equation of bharmour assembly seat) (himachal assembly election 2022)

भरमौर: हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में कुल पांच विधानसभा सीटें हैं. प्रदेश के कुल 68 विधानसभा क्षेत्रों में से भरमौर दूसरी विधानसभा सीट है. भरमौर विधानसभा सीट एसटी के लिए आरक्षित है. इस सीट पर इस बार कांग्रेस और बीजेपी के बीच मुख्य मुकाबला है. यहां इस बार चुनावी जंग इसलिए भी दिलचस्प है कि आखिर इस बार चुनावी दंगल चाचा भतीजे को पटखनी देंगे या फिर भतीजे की जीत होगी. खैर ये तो 8 दिसंबर को ही मतगणना के दिन पत चल पाएगा कि इस सीट पर कांग्रेस से ठाकुर सिंह भरमौरी या फिर भाजपा से डॉ. जनक राज विजय पताका फहराते हैं. (Bharmour Assembly Seat)

भरमौर विधानसभा सीट पर उम्मीदवार: भरमौर विधानसभा सीट एसटी के लिए आरक्षित है. इस सीट पर इस बार कुल 5 उम्मीदवार चुनावी में हैं. इनमें से कांग्रेस से ठाकुर सिंह भरमौरी, भाजपा से डॉ. जनक राज, आम आदमी पार्टी से प्रकाश चंद, हिमाचल जन क्रांति पार्टी से पूजा और हिमाचल जनता पार्टी से रसीला राम चुनावी मैदान में हैं. इस सीट पर कोई निर्दलीय प्रत्याशी चुनावी मैदान में नहीं है. (Bharmour Assembly Constituency) (Bharmour Assembly Constituency profile)

कौन हैं कांग्रेस प्रत्याशी ठाकुर सिंह भरमौरी: पांगी-भरमौर विस क्षेत्र से जुड़ा रोचक पहलू यह भी है कि इस विधानसभा क्षेत्र में अब तक हुए चुनावों में सबसे बड़ी जीत और छोटी हार का रिकॉर्ड पूर्व वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी के नाम है. उन्होंने वर्ष 2003 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी तुलसी राम को 9692 मतों से पराजित किया था, जबकि वर्ष 2007 के चुनाव में वह तुलसी राम से ही महज 16 मतों के अंतर से पराजित हुए थे. वर्ष 1993 के विस चुनाव में वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी को टिकट नहीं मिला और उन्होंने आजाद चुनाव लड़ा. इस दौरान उन्होंने बतौर आजाद प्रत्याशी भाजपा के तुलसी राम को हराया और 1277 मतों से जीत हासिल की थी. वहीं 1998 के चुनाव में तुलसी राम ने कांग्रेस प्रत्याशी ठाकुर सिंह भरमौरी को 3824 मतों से पराजित किया. ( Congress Candidate Thakur Singh Bharmouri)

साल 2003 विस चुनाव में ठाकुर सिंह भरमौरी ने बड़ी जीत दर्ज करते हुए भाजपा के तुलसी राम को 9692 मतों से पराजित किया था. इसमें ठाकुर सिंह भरमौरी को 61.58% वोट जबकि तुलसी राम को 34.29% वोट मिले थे. जीत का मार्जिन 27.29% रहा था. साल 2007 के विस चुनाव में भाजपा के तुलसी राम ने 16 मतों के अंतर से कांग्रेस प्रत्याशी ठाकुर सिंह भरमौरी को पराजित किया था. तुलसी राम रो 48.14 प्रतिशत वोट मिल थे. वहीं भरमौरी को 48.1 फीसदी वोट मिले थे. जीत का मार्जिन महज 0.04% रहा था. 2012 के चुनाव में ठाकुर सिंह ने भाजपा प्रत्याशी जिया लाल को 3467 मतों के अंतर से पराजित कर विधानसभा में एंट्री हासिल की थी. ठाकुर सिंह भरमौरी को 51.35 प्रतिशत वोट मिले थे. वर्ष 2017 के चुनावों में भाजपा प्रत्याशी जियालाल कपूर ने कांग्रेस के ठाकुर सिंह भरमौरी को 7349 मतों से हराकर विधानसभा की दहलीज लांघी थी. (Himachal Pradesh Election news) (Thakur Singh Bharmouri VS Janak Raj in bharmour)

Bharmour Assembly Constituency profile
भरमौर विधानसभा सीट पर अब तक का परिणाम.

कौन हैं बीजेपी प्रत्याशी डॉ. जनक राज: भाजपा प्रत्याशी न्यूरो सर्जन डा. जनक राज आईजीएमसी शिमला में बतौर वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक पद पर तैनात थे. लिहाजा वे सरकारी सेवा से ऐच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर राजनीति में उतरे हैं. जबकि ठाकुर सिंह भरमौरी वृद्ध नेता हैं और अगर वह विस चुनाव में पिछड़ जाते हैं, तो भरमौर की सियासत में लंबे समय तक दबदबा रखने वाले इस परिवार के भविष्य पर भी संकट खड़ा हो जाएगा. चूंकि इस मर्तबा भी हलके से शुरूआती दौर में कांग्रेस का टिकट युवा नेता सुरजीत भरमौरी को देने पर हाईकमान विचार कर रही थी, लेकिन अंतिम समय में पार्टी हाईकमान ने ठाकुर सिंह भरमौरी को अपना चेहरा बनाया. नतीजतन कहीं ना कहीं इस बात की चर्चा भी क्षेत्र में है कि अगर कांग्रेस यहां से विस चुनाव हार जाती है, तो भरमौरी परिवार का यह अंतिम इलेक्शन होगा. (BJP Candidate Janak Raj) (Himachal Pradesh elections result 2022)

दांव पर प्रत्याशियों की प्रतिष्ठा: भाजपा प्रत्याशी न्यूरो सर्जन डॉ. जनक राज आईजीएमसी शिमला में बतौर वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक पद पर तैनात थे. लिहाजा वे सरकारी सेवा से ऐच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर राजनीति में उतरे हैं. जबकि ठाकुर सिंह भरमौरी वृद्ध नेता हैं और अगर वह विधानसभा चुनाव में पिछड़ जाते हैं, तो भरमौर की सियासत में लंबे समय तक दबदबा रखने वाले इस परिवार के भविष्य पर भी संकट खड़ा हो जाएगा. चूंकि इस मर्तबा भी हलके से शुरुआती दौर में कांग्रेस का टिकट युवा नेता सुरजीत भरमौरी को देने पर हाईकमान विचार कर रही थी, लेकिन अंतिम समय में पार्टी हाईकमान ने ठाकुर सिंह भरमौरी को अपना चेहरा बनाया. नतीजतन कहीं ना कहीं इस बात की चर्चा भी क्षेत्र में है कि अगर कांग्रेस यहां से विस चुनाव हार जाती है, तो भरमौरी परिवार का यह अंतिम इलेक्शन होगा. (Thakur Singh Bharmouri VS Janak Raj in bharmour )

भरमौर विधानसभा सीट पर मतदान प्रतिशत: चंबा जिले में 2017 में 72.81 फीसदी मतदान हुआ था, जबकि इस साल 73.90 मतदान दर्ज किया गया है. यानी इस साल 1.09 फीसदी अधिक मतदान हुआ है. अब भरमौर विधानसभा सीट की बात करते हैं. भरमौर विधानसभा सीट पर साल 2017 में भरमौर विधानसभा क्षेत्र में 72 फीसदी मतदान हुआ था. वहीं, इस साल भरमौर विधानसभा सीट पर71 फीसदी मतदान हुआ है. 2017 के मुकाबले 2022 में भरमौर विधानसभा सीट पर 1 फीसदी कम मतदान हुआ है. (Voting percentage in Bharmour assembly seat) (Chamba district voting percentage)

Bharmour Assembly Constituency issues.
भरमौर विधानसभा क्षेत्र के मुद्दे.

भरमौर विधानसभा क्षेत्र के मुद्दे: पांगी-भरमौर विधानसभा क्षेत्र में इस वक्त 24 ग्राम पंचायतों को ट्राइबल का दर्जा न मिल पाना एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है. विस क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से एक बड़ी संख्या इसी क्षेत्र से संबंध रखती है. 24 पंचायतों की हजारों की आबादी लंबे समय से ट्राइबल का दर्जा देने की मांग कर रही है. इसी तरह पांगी घाटी को 12 माह देश-दुनिया से जोड़े रखने के लिएचैहणी सुरंग की निर्माण भी सदियों से चली आ रही है. करीब पंद्रह हजार से अधिक मतदाता पांगी घाटी में है. नतीजतन हलके में किसी भी प्रत्याशी की जीत-हार में यह घाटी बड़ा रोल निभाती है. इसके अलावा होली-उतराला टनल निर्माण का मुद्दा बहुचर्चित है. पांगी-भरमौर विस क्षेत्र में स्वास्थ्य और शिक्षा को सदृढ़ ढांचा न मिल पाना भी एक बड़ा मुद्दा है. वहीं सड़कें और दूरसंचार व्यवस्था न होने की गूंज भी विस चुनाव में सुनाई दे रही है. साथ ही क्षेत्र में चल रही जल विद्युत परियोजनाओं में स्थानीय लोगों को रोजगार न मिलने का मुद्दा भी क्षेत्र की सियासी फिजाओं में छाया हुआ है. (himachal assembly election 2022) (Himachal Pradesh elections Exit Polls) (Bharmour Assembly Constituency issues)

ये भी पढ़ें: Dalhousie Assembly Seat: डलहौजी से अब तक नहीं जीत पाई है BJP, क्या इस बार खिलेगा कमल या जनता फिर 'हाथ' का देगी साथ

Last Updated :Nov 22, 2022, 9:48 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.