BILASPUR: भव्य शोभा यात्रा के साथ राज्य स्तरीय नलवाड़ी मेले का शुभारंभ

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Published : Mar 17, 2023, 6:24 PM IST

भव्य शोभा यात्रा के साथ राज्य स्तरीय नलवाड़ी मेले का शुभारंभ

हिमाचल प्रदेश के जिला बिलासपुर में आज से राज्य स्तरीय नलवाड़ी मेले का शुभारंभ हो गया है. शुभारंभ अवसर पर मण्डलायुक्त मंडी राखिल काहलों मौजूद रहीं. पढ़ें पूरी खबर...

बिलासपुर: जिला बिलासपुर में राज्य स्तरीय नलवाड़ी मेले का शुभारंभ हो गया है. मेले का शुभारंभ मण्डलायुक्त मंडी राखिल काहलों ने बैल पूजन व खूंटी गाड़कर किया. इससे पूर्व उन्होंने लक्ष्मी नारायण मंदिर में पूजा अर्चना के पश्चात लुहणू मैदान तक भव्य शोभा यात्रा का नेतृत्व भी किया. उन्होंने नलवाड़ी मेले के ध्वज को फहराने के अतिरिक्त प्रदर्शनियों का अवलोकन भी किया. इस अवसर पर उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया.

इस दौरान मण्डलायुक्त मंडी राखिल काहलों ने सभी जिला वासियों को नलवाड़ी मेले की बधाई एवं शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि मेले, पर्व व त्योहार किसी भी समाज की जीवन परंपराओं व समृद्ध संस्कृति के परिचायक होते हैं. यह किसी न किसी सांस्कृतिक ऐतिहासिक पृष्ठभूमि अथवा प्राकृतिक परिवर्तनों के साथ जुड़े होते हैं. उन्होंने कहा कि वसंत ऋतु के आगमन से जुड़ा यह मेला आज से शुरू होकर लगभग सप्ताह भर चलता है.

उन्होंने आशा व्यक्त की है कि मेले में परंपरा के अनुरूप पशु व्यवसाय, छिंज एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सभी क्षेत्रवासी भरपूर आनंद का अनुभव करेंगे. उन्होंने कहा कि सांडू के मैदान से लुहणू के मैदान में परिवर्तित नलवाड़ी मेले में अनेक परिवर्तन हुए. आधुनिक चकाचौंध के कारण मेले के स्वरूप में बदलाव के बावजूद भी मेले की परंपरा व पौराणिकता को यथावत जीवंत बनाए रखने में मेला कमेटी और सभी जिला वासियों का प्रयास सराहनीय है.

राखिल काहलों ने कहा कि आपसी भाईचारे व सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखने के प्रतीक हमारे मेले व त्योहार जनमानस में परस्पर मधुर मिलन व सह-अस्तित्व की भावना का संचार करते हैं. वहीं, मेला कमेटी एवं उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक ने कहा कि बिलासपुर जनपद के राजा विजय सेन के समय में शुरू हुआ यह मेला आज 134वें साल में प्रवेश कर गया है. उन्होंने कहा कि मूलतः बैलों की खरीद फरोख्त से शुरू हुए इस मेले में समय-समय पर अमूलचुक परिवर्तन होते रहे हैं.

उपायुक्त बिलासपुर ने कहा कि मेले को आकर्षक बनाने के लिए बिलासपुर रियासत के अन्तिम राजा आनंद चंद ने इस मेले के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम कुश्ती एवं अन्य खेलों को जोड़ा था ताकि लोगों का मनोरंजन भी हो सके. उन्होंने बताया कि इस वर्ष पशुधन के महत्व को बरकरार रखने के लिए मेला कमेटी द्वारा आकर्षक इनामों के साथ पशुपालकों के बीच विभिन्न प्रतियोगिताएं करवाई जाएंगी.

इसके अतिरिक्त जनपद की लोक संस्कृति को उजागर करने के लिए आगामी 3 दिनों तक दैनिक लोक उत्सव में लोक कलाकारों को मंच दिया जाएगा और 20 मार्च से रात्रि के कार्यक्रमों में प्रदेश के समृद्ध संस्कृति के संवर्धन के लिए स्थानीय कलाकारों सहित हिमाचल के विभिन्न जिलों के सांस्कृतिक दलों व स्थापित कलाकर इस मेले में अपनी शानदार प्रस्तुति देंगे.

मेला कमेटी ने इस वर्ष केवल हिमाचल के कलाकारों को ही सांस्कृतिक संध्याओं में मौका देने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि इस मेले के इतिहास में पहली बार मिस कहलूर प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है. मेले में सभी विभागों ने अपनी विकासात्मक प्रदर्शनियां लगाई हैं. जिसमें जिलावासियों को उन्नत बिलासपुर एवं उन्नत हिमाचल के दर्शन होंगेय

उपायुक्त ने बताया कि मेले के दौरान बिजली, पानी व सफाई की उचित व्यवस्था की गई है और इसके अतिरिक्त पहली बार दिन को गर्मी व बारिश से लोगों को राहत देने के लिए जर्मन हैंगर लगाया गया है ताकि लोग मेले का भरपूर आनंद ले सकें. कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक बिलासपुर कार्तिकेन गोकुल चन्द्रन, अतिरिक्त उपायुक्त डा० निधि पटेल, उपमण्डलाधिकारी सदर अभिषेक गर्ग, सहायक आयुक्त गौरव चौधरी, पूर्व विधायक तिलक राज शर्मा, बंबर ठाकुर सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे.

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