KULLU: डॉक्टरों की कमी को लेकर कांग्रेस करेगी प्रदर्शन, कुल्लू से भुंतर बाजार बंद रखने का निर्णय

KULLU: डॉक्टरों की कमी को लेकर कांग्रेस करेगी प्रदर्शन, कुल्लू से भुंतर बाजार बंद रखने का निर्णय
क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में डॉक्टरों की कमी (DOCTOR SHORTAGE IN KULLU HOSPITAL) को लेकर कांग्रेस ने मंगलवार को कुल्लू से भुंतर तक पूरा शहर बंद रखने का फैसला लिया (KULLU MARKET REMAIN CLOSED TOMORROW) है. कांग्रेस ने इसी मामसे को लेकर जिला मुख्यालय में विशाल धरना-प्रदर्शन करने का भी निर्णय लिया है.
कुल्लू: जिले के क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में डॉक्टरों की कमी (DOCTOR SHORTAGE IN KULLU HOSPITAL) को लेकर कांग्रेस ने मंगलवार को कुल्लू से भुंतर तक पूर्ण शहर बंद रखने का फैसला लिया (KULLU MARKET REMAIN CLOSED TOMORROW) है. कांग्रेस ने इसी मामसे को लेकर जिला मुख्यालय में विशाल धरना-प्रदर्शन करने का भी निर्णय लिया है. कुल्लू सदर विधायक सुंदर ठाकुर ने सभी स्थानीय लोगों से अपील की है कि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर वह इस धरने में शामिल हो, क्योंकि यह किसी पार्टी का मामला नहीं बल्कि आम जनता से जुड़ा मुद्दा है.
विधायक सुंदर ठाकुर ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने कुल्लू जिले के प्रति मन में कुंठा पाल रखी (MLA Sundar Thakur on Jairam) है. यह कुंठा लोकसभा चुनाव में हुई करारी हार के बाद सीएम ने पाली है. यही कारण है कि कुल्लू अस्पताल से 8-8 डॉक्टर एक साथ बदले जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सीएम भूल गए हैं कि विधानसभा चुनाव में उनकी जनता लोकसभा चुनाव से भी बुरे हाल करने वाली (Kullu to Bhuntar market close) है. उन्होंने कहा कि कुल्लू, लाहौल-स्पीति व रामपुर के प्रति मुख्यमंत्री के मन में अच्छी भावना नहीं है और वे इन क्षेत्रों से द्वेषपूर्ण भावना रख रहे हैं.
सुंदर ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जो गैर जिम्मेदार बयान दिया है कि कुल्लू के लोग धरने पर बैठते रहते हैं इसकी कीमत उन्हें चुकानी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूल गए हैं कि उनको यहां की जनता पहले एक डोज दे चुकी है और अब शीघ्र विधानसभा चुनाव में दूसरी डोज देने वाली (CONGRESS PROTEST IN KULLU) है. उन्होंने कहा कि कुल्लू अस्पताल में हालत खराब हैं और डॉक्टर न होने की बजह से मरीजों को मजबूरन निजी अस्पतालों में जाना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि जनता प्रदर्शन पर है लेकिन सरकार मानने को तैयार नहीं, फिर भी सरकार नहीं मानी तो हम डॉक्टरों को लेकर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.
गौर रहे कि कुल्लू अस्पताल से एक साथ आठ डॉक्टर बदले गए हैं और दो डॉक्टर छुटी पर हैं. इससे पहले विधायक सरकार पर यह भी आरोप लगा चुकी है कि सरकार के नेता निजी अस्पतालों से मिले हुए हैं और नेताओं को निजी अस्पतालों से कमीशन मिलती है जिस कारण यहां डॉक्टरों की नियुक्ति नहीं की जाती है. विधायक यह भी आरोप लगा चुके हैं कि कुछ डॉक्टरों को भी निजी अस्पतालों से मोटी कमीशन मिलती है. लिहाजा कुल्लू अस्पताल में डॉक्टरों की कमी सत्ता पक्ष के लिए गले की फांस बन चुकी है. जनता परेशान है और कांग्रेस ने जनता का मुद्दा सड़कों पर लाया है और सरकार की इस मामले में किरकिरी हो रही है.
