हिमाचल प्रदेश की 10 बड़ी खबरें @ 9 PM

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Published : Sep 14, 2021, 9:00 PM IST

हिमाचल प्रदेश की 10 बड़ी खबरें @ 9PM

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर दिल्ली दौरे पर हैं. कुछ समय से जब-जब मुख्यमंत्री दिल्ली दौरे पर गए. तब-तब प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर कयास लगते रहे. राजनीतिक गलियारों में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के विकल्प के तौर पर कभी अनुराग ठाकुर तो कभी जेपी नड्डा और इंदु गोस्वामी का नाम चर्चाओं में रहता है.वहीं अब संस्कृत भाषा के प्रति रुझान को बढ़ावा देने के लिए विद्यालयों में तीसरी, चौथी और पांचवी कक्षाओं में संस्कृत भाषा पढ़ाई जाएगी. पढ़ें 9 बजे तक की बड़ी खबरें...

आखिर बार-बार क्यों होती है हिमाचल के CM को बदलने की चर्चा, हर बार दिल्ली दौरे से उठ जाते हैं सवाल

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर दिल्ली दौरे पर हैं. कुछ समय से जब-जब मुख्यमंत्री दिल्ली दौरे पर गए. तब-तब प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर कयास लगते रहे. राजनीतिक गलियारों में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के विकल्प के तौर पर कभी अनुराग ठाकुर तो कभी जेपी नड्डा और इंदु गोस्वामी का नाम चर्चाओं में रहता है.

अब हिमाचल के स्कूलों में तीसरी कक्षा से पढ़ाई जाएगी संस्कृत भाषा: शिक्षा मंत्री

शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि बच्चों में संस्कृत भाषा के प्रति रुझान को बढ़ावा देने के लिए विद्यालयों में तीसरी, चौथी और पांचवी कक्षाओं में संस्कृत भाषा पढ़ाई जाएगी. जिससे प्रारंभिक स्तर पर ही बच्चे संस्कृत भाषा की शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे.

हिमाचल के हर कोने में पहुंच रहा खादी, युवाओं को किया जा रहा जागरूक: उद्योग मंत्री

उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में डॉ यशवंत सिंह परमार नौणी विश्वविद्यालय में राज्यस्तरीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. बिक्रम ठाकुर ने कहा कि बेरोजगार युवा खादी की ओर आकर्षित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि भविष्य में अगर युवाओं किसी भी तरह से सरकार से सहायता की जरूरत हो वे अपनी बातों को सामने रख सकते हैं.

टक्का बैंच के साथ सटे बुक कैफे में दो सालों से लगे ताले जल्द खुलेंगे, नगर निगम दोबारा से करेगा टेंडर

शिमला के टक्का बैंच के साथ बना बुक कैफे पिछले दो सालों से बंद पड़ा है. दरअसल नगर निगम ने इस कैफे को जेल विभाग से लेकर 14 लाख सालाना लीज पर निजी कम्पनी को दिया था. लेकिन, कोविड के बीच कंपनी ने कैफे चलाने से मना कर दिया जिसके बाद से यह बंद पड़ा है, हालांकि अब नगर निगम बुक कैफे का स्वरूप बदलने की तैयारी कर रहा है.

हिमाचल में तीन कृषि कानून से अधिक बंदर और जंगली जानवरों ने किसानों की नाक में किया है दम

हिमाचल में बंदर और जंगली जानवर फलों तथा फसलों को 500 करोड़ रुपए का सालाना नुकसान पहुंचाते हैं. वर्ष 2015 के आंकड़े देखें तो बंदरों ने फसलों को 334.83 करोड़ का नुकसान पहुंचाया था. 2006 से 2014 तक बंदरों ने 2050 लोगों को घायल किया था. वन विभाग बंदरों के काटने पर मुआवजा देता है. एक दशक में विभाग ने जख्मी लोगों को 96.13 लाख रुपए मुआवजा दिया. प्रदेश में धार्मिक आस्था से किसान भी बंदरों को मारने से हिचकते रहे और पिछले तीन सालों में केवल पांच ही बंदर मारे गए.

श्रम कानून को लागू करने की मांग, लुहरी हाइड्रो प्रोजेक्ट के मजदूरों ने किया प्रदर्शन

सीटू संगठन से जुड़े मजदूरों ने मंगलवार को लुहरी हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट के सामने धरना प्रदर्शन किया. मजदूरों का आरोप है कि हाइड्रो प्रोजेक्ट निर्माण स्थल पर श्रम कानून को लागू नहीं किया गया है और ना ही उन्हें निर्माण स्थल पर मूलभूत सुविधाएं दी जा रही है. मांगे पूरी नहीं होने पर मजदूरों ने बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है.

कुल्लू पुलिस ने किया दो आरोपियों को गिरफ्तार, ये है मामला

कांग्रेस नेता परस राम की सोमवार शाम को इलाज के दौरान पीजीआई चंडीगढ़ में मौत हो गई. वहीं, उनकी पत्नी का इलाज वहां चल रहा है, लेकिन पुलिस ने इस मामले में दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

बड़सर के तहत आने वाले तीन गांवों के लोगों ने मार्ग की बहाली को लेकर डीसी हमीरपुर को सौंपा ज्ञापन

हमीरपुर उपायुक्त देवश्वता बनिक को कुछ गांवों के लोगों ने मार्ग की बहाली को लेकर ज्ञापन सौंपा. ग्रामीणों का कहना है कि पुल निर्माण के बाद दोनों तरफ फिलिंग न होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

जंगलों में लगने वाली आग की सूचना सीधे बीट गार्ड को मिलेगी, NIT हमीरपुर के विशेषज्ञ कर रहे हैं शोध

जंगलों में लगने वाली आग का अलर्ट सीधा वन विभाग के कार्यालय और फॉरेस्ट गार्ड को मिलेगा. वहीं, एनआईटी हमीरपुर के विशेषज्ञ इस पर शोध कर रहे हैं. देश के पर्वतीय इलाकों में जंगलों में लगने वाली आग से करोड़ों रुपये के संपदा हर साल नष्ट होती है. ऐसे में एनआईटी हमीरपुर के विशेषज्ञों की यह खोज जंगलों की आग में नष्ट होने वाली संपदा को संरक्षित करने में काफी मददगार साबित हो सकती है.

लुहणू स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स को सुनियोजित ढंग से विकसित करने के लिए बनेगा मास्टर प्लान

गोबिंदसागर झील किनारे बने लुहणू स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है जिसके लिए शिमला से चीफ आर्किटेक्ट ने विजिट किया है. लुहणू कॉम्प्लेक्स को लाइट्स से लैस किया जाएगा तो वहीं, मोक्षधाम के पास स्विमिंग पूल निर्माण के लिए जगह चिन्हित की गई है. इसके अलावा खेल ग्राउंड्स के लिए एंट्रेंस को लेकर भी योजना तैयार की जा रही है.

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