रेवाड़ी: रेवाड़ी में भटक रहे एक कंटेनर में इतनी ऑक्सीजन भरी है थी कि सैकड़ों लोगों की टूटती सांसों के तार को जोड़ा जा सकता था, लेकिन ऑक्सीजन को लेकर पुलिस और आम लोग अब इस कदर बेफिक्र हो गए हैं कि उन्हें किसी बात की कोई परवाह ही नहीं है. दरअसल, गुजरात से रोहतक के लिए चला ऑक्सीजन से भरा कंटेनर नो एंट्री और रुट डायवर्ट होने के कारण रेवााड़ी में करीब 1 घंटे तक भटकता रहा.
इस दौरान कंटेनर चालक को कोई इस चौक से दूसरे चौक से भेजता, तो कहीं नो एंट्री का झमेला सामने आ जाता. नौबत यहां तक आ पहुंची थी कि चालक ने पुलिस वालों से भी रोहतक जाने का रास्ता पूछा, लेकिन पुलिस वालों ने भी हाथ खड़ कर दिए. जब मीडिया कर्मियों ने कंटेनर भटकते देखा तो उन्होंने चालक को सही रास्ता बताया.
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बता दें कि हरियाणा-राजस्थान के जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर पर किसान पिछले कई महीनों से धरना दे रहे हैं. जिसके चलते राष्ट्रीय राजमार्ग-48 बाधित है. दिल्ली-जयपुर हाईवे बाधित होने की वजह से राजस्थान के गांव गूगलकोटा से वाया रेवाड़ी होते हुए वाहन रोहतक जा रहे हैं. इस ऑक्सीजन कंटेनर को भी राष्ट्रीय राजमार्ग-71 के रास्ते रोहतक जाना था, लेकिन जब ये ऑक्सीजन से भरा कंटेनर रेवाड़ी पहुंचा तो चालक को कई परेशानियों का सामना करना पड़ा.
करीब 1 घंटे तक रेवाड़ी की सड़कों पर घूमता रहा कंटेनर
चालक को कहीं नो एंट्री की बात कहकर एक चौक से दूसरे चौक भेज दिया जाता तो कहीं रूट डायवर्ट की वजह सामने आती रही. इसी के चलते 1 घंटे के करीब ये ऑक्सीजन से भरा कंटेनर रेवाड़ी शहर में एक चौराहे से दूसरे चौराहे भटकता रहा, लेकिन जब मीडिया की नजर इस कंटेनर पर पड़ी तो उन्होंने चालक से पूछा कि आपको जाना कहां है. चालक ने बताया कि वो गुजरात से आया है और उसे हरियाणा के रोहतक में जाना है.
3 दिन पहले गुजरात से रोहतक के लिए निकला था कंटेनर
इसके बाद मीडिया कर्मियों ने चालक को रेवाड़ी-रोहतक राष्ट्रीय राजमार्ग-71 पर पहुंचाया. रोहतक जाने का रास्ता मिलते ही चालक ने राहत की सांस ली. उसने बताया कि वो 3 दिन पहले गुजरात से निकला था, लेकिन उसे रोहतक का रास्ता ढूंढने में काफी मुश्किल हो रही थी.
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