इंटरनेशनल गीता जयंती महोत्सव: आकर्षण का केंद्र बने कैदियों द्वारा बनाए गए सामान
Updated on: Nov 26, 2022, 1:33 PM IST

इंटरनेशनल गीता जयंती महोत्सव: आकर्षण का केंद्र बने कैदियों द्वारा बनाए गए सामान
Updated on: Nov 26, 2022, 1:33 PM IST
धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव (International Gita Jayanti Festival) की धूम देखने को मिल रही है. वही इस गीता जयंती महोत्सव में जेल विभाग द्वारा विशेष रूप से एक स्टॉल लगाया गया है. स्टॉल कैदियों द्वारा बनाया गया सामान रखा गया है. यह सामान टूरिस्ट को खूब भा रहा है.
कुरुक्षेत्र: धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में इंटरनेशनल गीता जयंती महोत्सव (International Gita Jayanti Festival in Kurukshetra) में जेल विभाग द्वारा विशेष रूप से एक स्टॉल लगाया गया है. स्टॉल कैंदियों द्वारा बनाया गया सामान रखा गया है. कैदियों की कलाकारी से बनाया गया यह सामान पर्यटकों को खूब भा रहा है. स्टॉल पर सेंट्रल जेल अंबाला के अलावा कुरुक्षेत्र जिला जेल, हिसार जिला जेल, सोनीपत जिला जेल, यमुनानगर जिला जेल सहित अन्य जेलों में कैंदियों द्वारा बनाए गए सामान को रखा गया है.
कुरुक्षेत्र में गीता जयंती महोत्सव मे लगाए गए स्टॉल पर सेंट्रल जेल अंबाला के अलावा कुरुक्षेत्र जिला जेल, हिसार जिला जेल, सोनीपत जिला जेल, यमुनानगर जिला जेल सहित अन्य जेलों में कैंदियों द्वारा बनाए गए सामान को रखा गया है. कुरुक्षेत्र जेल और अंबाला सेंट्रल जेल के कैदियों द्वारा काफी सुंदर पेंटिंग बनाई गई हैं जोकि स्टॉल पर बिकवाली के लिए रखी गई है.
कुरुक्षेत्र जेल के कैदियों द्वारा तिरंगे के रूप में बनाई गई एक पेंटिंग काफी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. ये बात हवाओं को बताए रखना रोशनी होगी सिर्फ चिरागों को जलाए रखना, ऐसे तिरंगे को दिल में बसाए रखना. तिरंगे की पेंटिंग के नीचे लिखी ये लाइन पर्यटकों में देशभक्ति का जज्बा जागृत रही है. इसके अलावा विभिन्न रूप में लकड़ी के फ्रेम के साथ तिरंगे बनाए गए हैं जोकि पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं.
कैदियों के लिए जेलों में दी गई है विशेष सुविधा- स्टॉल पर तैनात कर्मचारियों ने बताया कि जो भी कैदी किसी अपराध के चलते जेल पहुंचता है जो जेल में उसे सुधारने का प्रयास किया जाता है. कैदी को उसकी क्षमता के अनुसार आगे बढ़ने का मौका दिया जाता है. जो कैदी आर्ट का कार्य कर सकते हैं, उन्हे उसी प्रकार का काम दिया जाता है ताकि जब वे अपनी सजा पूरी कर बाहर की दुनिया में जाए तो अच्छा इंसान बनकर जाएं.
