बॉन्ड पॉलिसी के खिलाफ करनाल MBBS छात्रों का धरना प्रदर्शन जारी, 5 के खिलाफ FIR दर्ज

author img

By

Published : Nov 17, 2022, 10:17 AM IST

Karnal MBBS students Protest against bond policy

बॉन्ड पॉलिसी के खिलाफ आंदोलनरत कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के पांच एमबीबीएस विद्यार्थियों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. दरअसल एमबीबीएस विद्यार्थियों ने आंबेडकर चौक और अग्रसेन चौक पर 14 नवंबर की शाम को जाम लगाकर प्रदर्शन किया था. ऐसे में एफआईआर दर्ज करने पर विद्यार्थियों में रोष और भी बढ़ गया है. (Kalpana Chawla Government Medical College) (FIR on MBBS students in karnal) (Karnal MBBS students Protest against bond policy)

करनाल: हरियाणा के करनाल कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में पढ़ रहे एमबीबीएस के छात्रों के द्वारा पिछले 15 दिन से बॉन्ड की नई पॉलिसी के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है. जिसके विरोध में एमबीबीएस छात्रों ने 14 नवंबर की शाम को आंबेडकर चौक और अग्रसेन चौक पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की थी. अब प्रदर्शन के दौरान यातायात प्रभावित करने के आरोप में पुलिस प्रशासन ने पांच एमबीबीएस छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. एफआईआर दर्ज करने के लिए पुलिस ने हवाला दिया है कि इन छात्रों के द्वारा रोड मार्च करने के दौरान एंबुलेंस का रास्ता रोका गया और भड़काऊ बयानबाजी की गई. (Kalpana Chawla Government Medical College) (FIR on MBBS students in karnal)

एमबीबीएस के छात्र आदित्य ने पत्रकार वार्ता कर बताया कि सरकार उन्हें प्रदर्शन सेउठाने के लिए लगातार उनके ऊपर दबाव बना रही है और हर रोज पुलिस वाले आकर उनको धमका रहे हैं कि उनके ऊपर मामले दर्ज किए जाएंगे. इसी द्वेष के चलते ही सरकार ने पुलिस के द्वारा 5 एमबीबीएस के छात्रों के ऊपर एफआईआर दर्ज की है. छात्र आदित्य ने कहा कि पुलिस ने यह कहकर एफआईआर दर्ज की है कि छात्रों द्वारा एंबुलेंस का रास्ता रोका गया और न ही उनके पास प्रदर्शन करने की परमिशन थी. जबकि एमबीबीएस के छात्रों ने रोड मार्च करने से 1 दिन पहले डीसी ऑफिस में लिखित में दिया था कि वह यह प्रदर्शन करेंगे और उसके बाद भी उनके ऊपर जानबूझ कर दबाव बनाने के लिए एफआईआर दर्ज की गई है.(Karnal MBBS students Protest against bond policy) (Haryana MBBS students Protest against bond policy)

उन्होंने कहा कि उनके पास प्रदर्शन का वीडियो है. जब वे रोड मार्च कर रहे थे तो उन्होंने एंबुलेंस को रास्ता दिया था ना कि रास्ता रोका था. कहा कि हम मेडिकल के छात्र हैं और हमें पता है कि किसी भी मरीज की जान की क्या कीमत होती है. तो ऐसे में एंबुलेंस रोकने जैसा कदम नहीं उठा सकते. उन्होंने कहा कि अगर पुलिस प्रशासन ने समय रहते एफआईआर वापस नहीं ली तो उनको और बड़ा आंदोलन करना पड़ेगा. क्योंकि सरकार की मंशा साफ है कि सरकार हमें इस प्रदर्शन से हटाना चाहती है और तभी हमारे ऊपर एफआईआर दर्ज कर रही है. (MBBS students Protest against bond policy) (Protest against bond policy in Haryana)

आदित्य ने कहा कि एक छात्र के ऊपर नई पॉलिसी के तहत 40 लाख रुपए बॉन्ड पड़ता है. ऐसे में एक गरीब किसान परिवार के छात्र इतना ज्यादा पैसा कैसे देंगे. जब उन्होंने एडमिशन लिया था तब उनको इस बारे में नहीं बताया गया था. अब सरकार ने एक नया फरमान जारी कर दिया है, जिसका वह विरोध कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनको हर दिन टर्मिनेट, अटेंडेंस कम करने और मुकदमे दर्ज करने की धमकियां दी जा रही हैं. इसी के चलते सरकार के इशारे पर पुलिस ने 5 छात्रों के ऊपर मुकदमा दर्ज किया है जिसकी वह निंदा करते हैं. अगर जल्दी यह एफआईआर खारिज नहीं की जाती तो प्रदेश स्तर पर सभी छात्र इकट्ठा होकर सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेंगे. (FIR on MBBS students in karnal)

वहीं, मामले को लेकर सिविल लाइन थाना प्रभारी ललित सिंह ने कहा 14 तारीख को उन्हें सूचना मिली थी कि एमबीबीएस के छात्रों ने रोड मार्च के दौरान रोड पर जाम लगा दिया है और उसमें एक एंबुलेंस भी फंसी. जिसके बाद वे मौके पर पहुंचे और छात्रों को समझाया, लेकिन वे नहीं माने और एक एंबुलेंस जाम में फंसी रही. इसी के चलते 5 छात्रों के ऊपर मामला दर्ज किया है.

ये भी पढ़ें: रोहतक में बॉन्ड पॉलिसी का विरोध जारी, छात्रों ने प्रदेश सरकार को दिया 72 घंटे का अल्टीमेटम

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.