शपथ के तुरंत बाद गिरफ्तार हुआ सरपंच, कैथल में हुई चुनावी हिंसा के बाद से था फरार

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Published : Dec 3, 2022, 6:38 PM IST

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कैथल जिले के जुलानी खेड़ा गांव में हुई चुनावी हिंसा (election violence In Julani Kheda village) के आरोपी नरेंद्र को पुलिस ने सरपंच पद की शपथ लेते ही (Sarpanch arrested after oath) गिरफ्तार कर लिया. नरेंद्र के खिलाफ चुनाव के दौरान हुई हिंसा को लेकर केस दर्ज था. घटना के बाद से वह फरार चल रहा था.

कैथल: जिले के जुलानी खेड़ा गांव के सरपंच को शपथ लेने के बाद पुलिस ने (Sarpanch arrested after oath) गिरफ्तार कर लिया. नवनिर्वाचित सरपंच नरेंद्र पर चुनाव के दौरान हुई हिंसा को लेकर मामला दर्ज किया गया था. दो पक्षों में हुई हिंसा में कई ग्रामीण घायल हो गए थे, वहीं बीच बचाव करने पहुंचे पुलिसकर्मियों पर भी हमला किया गया था. जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हुए थे. घटना के बाद से ही नरेंद्र फरार चल रहा था. इस पूरे मामले में 3 केस दर्ज हुए थे, जिसमें नरेंद्र को भी आरोपी बनाया गया था. जिला प्रशासन ने जुलानी खेड़ा गांव में तनाव के माहौल को देखते हुए नरेंद्र को गांव में शपथ दिलाने की बजाय कैथल के पंचायत भवन में बुलाया था.

घटना के बाद से ही पुलिस नवनियुक्त सरपंच नरेंद्र (Sarpanch arrested after oath In Kaithal) की तलाश कर रही थी. पुलिस को जैसे ही नरेंद्र के सरपंच पद की शपथ लेने पंचायत भवन आने की सूचना मिली. पुलिस ने पंचायत भवन को योजनाबद्ध तरीके से घेर लिया. शपथ लेने के बाद जब नरेंद्र बाहर आया तो उसे गेट पर पहले से मुस्तैद खड़े पुलिसकर्मियों ने दबोच लिया. पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया.

गुहला डीएसपी सुनील कुमार ने बताया कि 2 नवंबर को हुए सरपंच के चुनाव में कैथल जिले के गांव जुलानी खेड़ा (election violence In Julani Kheda village) में दो पक्षों के बीच पथराव हुआ था. इस पथराव में दोनों पक्षों के दर्जनों लोगों के साथ ही कई पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पहुंची पुलिस टीम पर भी हमला किया गया था. इसको लेकर पुलिसकर्मी ने कलायत थाने में मामला दर्ज कराया था. इस पथराव को लेकर दो अन्य मामले भी दर्ज हुए थे.

पुलिस ने इन मामलों में कार्रवाई करते हुए अभी तक 19 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें नवनियुक्त सरपंच नरेंद्र कुमार को भी आरोपी बनाया गया था. नरेंद्र घटना के दिन से फरार चल रहा था. पुलिस को सूचना मिली कि नरेंद्र शनिवार को बीडीपीओ कार्यालय में शपथ लेने आएगा. इस पर पुलिस ने योजनाबद्ध तरीके से उसे शपथ लेने के बाद गिरफ्तार कर लिया. डीएसपी सुनील कुमार ने बताया कि उपरोक्त सरपंच के खिलाफ दो अन्य मुकदमें भी अलग-अलग आरोपों के चल रहे हैं. वहीं, गिरफ्तार किए गए नवनियुक्त सरपंच ने भी दूसरे हारे हुए पक्ष पर दो मामले दर्ज करवाए हुए हैं.

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