Vehicle Theft In Faridabad: फरीदाबाद में वाहन चोरी करने वाली गैंग के 3 आरोपी गिरफ्तार, 5 बाइक और 3 स्कूटी बरामद

Vehicle Theft In Faridabad: फरीदाबाद में वाहन चोरी करने वाली गैंग के 3 आरोपी गिरफ्तार, 5 बाइक और 3 स्कूटी बरामद
Vehicle Theft In Faridabad: फरीदाबाद में वाहन चोरी करने वाले गिरोह के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों के कब्जे से 8 बाइक बरामद की गई हैं. आरोप है कि फरीदाबाद गांव ऊंचा में आरोपी दुपहिया वाहनों की पहले रेकी करते थे, उसके बाद चोरी की वारदात को अंजाम देते थे.
फरीदाबाद: हरियाणा के जिला फरीदाबाद में पुलिस ने चोर गैंग का पर्दाफाश किया है. फरीदाबाद क्राइम ब्रांच ने ऊंचा गांव में दुपहिया वाहन चोर गैंग के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के कब्जे से 8 बाइक व स्कूटी बरामद की गई है.
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में सूरज, सचिन उर्फ देवव्रत तथा रोहन उर्फ जानू का नाम शामिल है. आरोपी रोहन फरीदाबाद के एसजीएम नगर का रहने वाला है. जबकि आरोपी सूरज तथा सचिन वृंदावन के रहने वाले हैं. क्राइम ब्रांच की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए 15 अक्टूबर को आरोपी सूरज तथा रोहन को चोरी की मोटरसाइकिल समेत बल्लभगढ़ बस स्टैंड से गिरफ्तार किया.
आरोपी चोरी की मोटरसाइकिल को बेचने की फिराक में घूम रहे थे, पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपियों ने अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर पिछले करीब 3 महीने में फरीदाबाद से लगभग 8 वाहन चोरी किए हैं, जिनकी बरामदगी के लिए आरोपियों को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया गया. रिमांड के दौरान आरोपियों ने पुलिस को अपने साथी सचिन की जानकारी दी. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी सचिन को भी गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 5 बाइक और 3 स्कूटी बरामद की.
पुलिस जांच के दौरान सामने आया कि आरोपी सूरज के खिलाफ इससे पहले मथुरा में गैंगस्टर एक्ट, हत्या का प्रयास, डकैती, चोरी और अवैध हथियार इत्यादि धाराओं के तहत 13 मुकदमे दर्ज हैं. आरोपी सचिन के खिलाफ भी यूपी में गैंगस्टर एक्ट, डकैती का प्रयास, अवैध हथियार और चोरी के 4 मुकदमे दर्ज हैं. आरोपी रोहन के खिलाफ फरीदाबाद के सिटी बल्लभगढ़ थाने में चोरी का एक मुकदमा दर्ज है. पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि आरोपी रोहन वाहनों की रेकी करता है. उसके बाद वह अपने साथियों को फोन करके बुलाता है. जिसके बाद मिलकर वाहन चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं. पुलिस पूछताछ पूरी होने के बाद आरोपियों को अदालत में पेश करके जेल भेजा गया है.
