भिवानी की बेटी आशा ने नेशनल पावर वेटलिफ्टिंग में जीता स्वर्ण पदक

भिवानी की बेटी आशा ने नेशनल पावर वेटलिफ्टिंग में जीता स्वर्ण पदक
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीतकर भिवानी की बेटियों ने दुनिया को यह सिद्ध कर दिया है कि अब बेटियां सिर्फ घर की चारदीवारी तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि वे भी हौसला रखें तो सफलता की ऊंचाईयों को छू सकती हैं. ये कर दिखाया है भिवानी की बेटी आशा ने. बता दें कि आशा ने नेशनल पावर वेट लिफ्टिंग में स्वर्ण पदक (National Power Weightlifting Competition) जीता है.
भिवानी: खेल नगरी के नाम से मशहूर भिवानी के खिलाड़ियों ने समय-समय पर कई प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा दिखाने का काम किया है. भिवानी का नाम रोशन करने के लिए न सिर्फ बेटे बल्कि बेटियां भी पूरे दमखम के साथ मेहनत करती हैं. भिवानी की बेटियों ने विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेकर अपनी अलग पहचान बनाई है.
ऐसा ही एक उदाहरण भिवानी का जाटु लोहारी गांव की बेटी आशा ने पेश किया है. आशा ने राष्ट्रीय पॉवर वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर ना केवल जिले का बल्कि प्रदेश का नाम भी रोशन किया है. अब आशा एशियन गेम्स में देश को लिए स्वर्ण पदक जीतने की तैयारी में जुट गई हैं. बता दें कि 15 से 20 जनवरी तक महाराष्ट्र के औरंगाबाद में नेशनल पावर वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था.
इस प्रतियोगिता में 84 किलोग्राम भार वर्ग में भागीदारी करते हुए जिले के गांव जाटु लोहारी की बेटी आशा ने स्वर्ण पदक जीता. आशा की उपलब्धि के बाद उनके गांव, जिले और प्रदेश के खेल प्रेमियों में खुशी का माहौल बना हुआ है. इस मौके आशा के भाई अनिल ने बताया कि इससे पहले भी आशा ने अपनी प्रतिभा दिखाते हुए उत्तर भारत व स्टेट पावर वेटलिफ्टिंग में कई मेडल अपने नाम किए हैं.
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वहीं 15 से 20 जनवरी तक आयोजित नेशनल पावर वेटलिफ्टिंग में गोल्ड मेडल जीतकर आशा ने अपनी पावर का लोहा मनवाया और हरियाणा प्रदेश की झोली में सोना डाला है. इस मौके पर सभी खेल प्रेमियों ने आशा को बधाई दी. विजेता बेटी आशा ने अपनी जीत का श्रेय अपने माता पिता व कोच के साथ उन सभी को दिया, जिन्होंने उसका उत्साहवर्धन किया है.
