हिसार: हरियाणा की हिसार पुलिस ने बाबा रामपाल के भाई महेंद्र सिंह और उसके साथी दीपक को गिरफ्तार कर लिया (Arrested Rampal Brother And His Friend From Jodhpur) है. महेंद्र पिछले आठ सालों से फरार था. हिसार पुलिस की वाहन चोरी निरोधक पुलिस टीम ने जोधपुर से दोनों को गिरफ्तार किया है. बता दें कि महेंद्र सिंह सोनीपत के धनाना गांव का रहने वाला है. जबकि उसका साथी दीपक रोहतक के सुडाना गांव का रहने वाला है. दोनों के खिलाफ हिसार के बरवाला पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 174A के तहत दर्ज मुकदमे दर्ज हैं.
गौरतलब है कि साल 2014 में हिसार के बरवाला में स्थित सतलोक आश्रम (Satlok Ashram Hisar) संचालक रामपाल की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने कार्रवाई की थी. इस दौरान रामपाल समर्थकों व पुलिस के बीच टकराव हुआ था. पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए रामपाल के कई समर्थकों ने महिलाओं व बच्चों को ढाल बना लिया था. जिस पर बरवाला पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 332/333/307 के तहत एफआईआर संख्या 428/2014 दर्ज की गयी थी. जिसमे कुल 943 आरोपी थे जिसमे से 40 आरोपियों को कोर्ट ने उदघोषित अपराधी घोषित किया था.
सहायक उप निरीक्षक रामजी लाल ने बताया कि आरोपी महेंद्र सिंह रामपाल का सगा भाई है. सतलोक आश्रम प्रकरण के बाद महेंद्र अपने दोस्त दीपक के साथ फरार हो गया था. फरारी के दौरान दोनों आरोपी उदयपुर, जोधपुर, अहमदाबाद, जोधपुर और राजस्थान में अलग अलग जगह किराए का मकान लेकर छिपते रहे. हिसार पुलिस की वाहन चोरी निरोधक पुलिस टीम उप निरीक्षक नर सिंह, एएसआई सूरजमल, एचसी सूरजभान और सिपाही अनिल और संदीप की टीम ने आरोपियों को जोधपुर से गिरफ्तार किया है. आरोपियों को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया है.
हिसार: हरियाणा की हिसार पुलिस ने बाबा रामपाल के भाई महेंद्र सिंह और उसके साथी दीपक को गिरफ्तार कर लिया (Arrested Rampal Brother And His Friend From Jodhpur) है. महेंद्र पिछले आठ सालों से फरार था. हिसार पुलिस की वाहन चोरी निरोधक पुलिस टीम ने जोधपुर से दोनों को गिरफ्तार किया है. बता दें कि महेंद्र सिंह सोनीपत के धनाना गांव का रहने वाला है. जबकि उसका साथी दीपक रोहतक के सुडाना गांव का रहने वाला है. दोनों के खिलाफ हिसार के बरवाला पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 174A के तहत दर्ज मुकदमे दर्ज हैं.
गौरतलब है कि साल 2014 में हिसार के बरवाला में स्थित सतलोक आश्रम (Satlok Ashram Hisar) संचालक रामपाल की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने कार्रवाई की थी. इस दौरान रामपाल समर्थकों व पुलिस के बीच टकराव हुआ था. पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए रामपाल के कई समर्थकों ने महिलाओं व बच्चों को ढाल बना लिया था. जिस पर बरवाला पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 332/333/307 के तहत एफआईआर संख्या 428/2014 दर्ज की गयी थी. जिसमे कुल 943 आरोपी थे जिसमे से 40 आरोपियों को कोर्ट ने उदघोषित अपराधी घोषित किया था.
सहायक उप निरीक्षक रामजी लाल ने बताया कि आरोपी महेंद्र सिंह रामपाल का सगा भाई है. सतलोक आश्रम प्रकरण के बाद महेंद्र अपने दोस्त दीपक के साथ फरार हो गया था. फरारी के दौरान दोनों आरोपी उदयपुर, जोधपुर, अहमदाबाद, जोधपुर और राजस्थान में अलग अलग जगह किराए का मकान लेकर छिपते रहे. हिसार पुलिस की वाहन चोरी निरोधक पुलिस टीम उप निरीक्षक नर सिंह, एएसआई सूरजमल, एचसी सूरजभान और सिपाही अनिल और संदीप की टीम ने आरोपियों को जोधपुर से गिरफ्तार किया है. आरोपियों को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया है.