गुरुग्राम: हरियाणा का गुरुग्राम नगर निगम इन दिनों सुर्खियों में बना हुआ है. दरअसल मेयर मधु आज़ाद और निलंबित एसई रमेश शर्मा के बीच टकराव अब भी जारी है. जहां एक ओर प्रदर्शन कर रहे अधिकारी यह मांग कर रहे हैं कि निलंबित अधिकारी को बहाल किया जाए तो वहीं दूसरी ओर नगर निगम मेयर ने साफ कर दिया है कि वह ना तो किसी प्रदर्शनकारी से बात करेगी और ना ही निलंबित अधिकारी को बहाल किया जाएगा.
दरअसल निलंबित अधिकारी रमेश शर्मा ने गुरुग्राम की मेयर मधु आज़ाद समेत पार्षदों पर भी आरोप लगाए हैं. रमेश शर्मा की मानें तो मीटिंग के दौरान पार्षद के पति मौजूद थे और मेयर के बेटे भी मौजूद थे. जो अधिकारियों से सवाल जवाब कर रहे थे, जिसका उनको अधिकार नहीं है.
वहीं इन आरोपों को गुरुग्राम नगर निगम की मेयर मधु आजाद ने सिरे से खारिज किया है. उन्होंने कहा कि मीटिंग के दौरान रमेश शर्मा द्वारा बदसलूकी की गई और जनता के काम में जो भी कोताही बरतेगा उसे वह कतई बर्दाश्त नहीं करेंगी.
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हालांकि इस पूरे विवाद में नुकसान गुरुग्रामवासियों का हो रहा है क्योंकि हड़ताल होने पर नगर निगम के काम ठप पड़े हैं. जिससे गुरुग्राम वासियों को भारी परेशानियों का सामना आने वाले दिनों में भी करना पड़ सकता है. ऐसे में देखना होगा कि यह विवाद कब तक समाप्त होता है.
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