चंडीगढ़: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शुक्रवार को चंडीगढ़ पहुंची. चंडीगढ़ पहुंचने पर हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता और पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री रतनलाल कटारिया ने निर्मला सीतारमण का स्वागत किया. निर्मला सीतारमण ने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. मोदी सरकारी की आर्थिक उपलब्धियों के बारे में बताया. इस दौरान उन्होंने कोरोना काल में देश की तरफ से हासिल किए गए लक्ष्यों की जानकारी दी.
निर्मला सीतारमण ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन को लेकर भाजपा देश भर में 7 सितंबर से 7 अक्तूबर तक कई कार्यक्रमों को आयोजित कर रही है. सरकार ऐसी कई योजनाएं चला रही हैं, जिससे देश की अर्थव्यवस्था सुधर रही है. प्रधानमंत्री मोदी 24 सालों से सरकार का हिस्सा बनकर देश की सेवा कर रहे हैं. पहले गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर और अब देश के प्रधानमंत्री के तौर देश की सेवा कर रहे हैं.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कोरोना काल में देश की छोटी और बड़ी इंडस्ट्री पर काफी बुरा असर पड़ा है, लेकिन सरकार उन्हें सुधारने के लिए लगातार काम कर रही है. जिन लोगों के पास बैंक गारंटी के लिए कुछ नहीं है. उन लोगों के सामने बैंक से लोन लेने की समस्या है. सरकार ऐसे लोगों के लिए भी कई बड़ी योजनाएं चला रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब 2014 में जनधन योजना के तहत जीरो बैलेंस बैंक अकाउंट खुलवाए थे, तब विपक्ष ने उनका मजाक उड़ाया था. आज उन्हीं बैंक खातों के जरिए सरकार सीधा लाभार्थी तक जरूरी धनराशि पहुंचा रही है.
वित्त मंत्री के मुताबिक अभी तक अरबों रुपए लोगों को बांटा जा चुका है. सरकार मुद्रा लोन भी लोगों को दे रही है. जिससे लोगों को काफी फायदा मिला है. यह योजनाएं ग्रामीण स्तर पर भी चलाई जा रही है, ताकि हर किसी को इनका लाभ मिल सके. रेहड़ी फड़ी लगाने वालों को भी लोन दिया जा रहा है ताकि वे बिना परेशानी अपना धंधा चला सकें.
निर्मला सीतारमण ने कहा कि हमारा मानना है कि सबका साथ, सबका विकास का नारा समाज के आखिरी छोर पर बैठे गरीब व्यक्ति को शामिल किए बिना पूरा नहीं हो सकता. इसलिए सरकार मिडिल क्लास लोगों के लिए भी काफी काम कर रही है. मिडिल क्लास लोगों के लिए कम इंटरेस्ट पर हाउसिंग स्कीम दी जा रही है. वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी कई योजनाएं चलाई जा रही हैं.
इनकम टैक्स में छूट दी जा रही है. कोरोना काल में जिन लोगों की नौकरी चली गई, उन्हें ईपीएफ के जरिए आर्थिक सहायता दी गई. नोटबंदी को लेकर सीतारमण ने कहा कि नोटबंदी से नकली करंसी पर काफी नियंत्रण किया गया और काले धन में कमी आई. आतंकी फंडिंग में कमी आई.
पेट्रोल-डीजल जल्द ही जीएसटी के दायरे में आ सकते हैं-सीतारमण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि पेट्रोल और डीजल का रेट तय किया जाएगा. केंद्र और राज्य सरकारें तय करेगी कि पेट्रोल-डीजल कब जीएसटी में लाना है और कितने रेट पर लाना है. उन्होंने कहा कि जीडीपी को लेकर विपक्ष द्वारा फैलाई जा रही अफ़वाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए. सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए कई तरह के काम कर रही है.
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