चंडीगढ़ः कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर एक नई बहस खड़ी कर दी है. तिवारी ने कहा कि विपक्ष ने नहीं बल्कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये कहकर बालाकोट एयर सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल खड़े किए हैं कि यदि इसमें राफेल होता तो निष्कर्ष कुछ और होता.
चंडीगढ़ में शुक्रवार को एक पुस्तक का विमोचन करने पहुंचे कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक पर सैम पित्रोदा ने सवाल खड़े नहीं किए बल्कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पर पहले ही सवाल खड़े कर चुके हैं. उन्होंने एक मीडिया कांक्लेव में कहा था कि यदि बालाकोट में राफेल का इस्तेमाल होता तो निष्कर्ष कुछ और होता.
मनीष तिवारी ने कहा कि एयर स्ट्राइक के आंकड़े विपक्ष ने या कांग्रेस ने जारी नहीं किए थे बल्कि खुद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि इतने लोग मारे गए हैं. कांग्रेस ने सिर्फ सर्जिकल स्ट्राइक के राजनीतिक दोहन पर चिंता जताई थी.
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि मुल्क का माहौल पूरी तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ है. उनके कई सांसद और बड़े नेता कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं. उन्होंने उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूरी के बेटे का हवाला देते हुए कहा कि कई बड़े नेता भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आ चुके हैं.
मनीष तिवारी ने कहा कि कांग्रेस किसी से महागठबंधन नहीं कर रही बल्कि जिस राज्य में जैसी जरूरत है उसके हिसाब से गठबंधन किए जा रहे हैं. वहीं उनके टिकट को लेकर पूछे गए सवाल पर मनीष तिवारी ने कहा कि ये फैसला पार्टी को लेना है कि उन्हें चण्डीगढ़ से या आनंदपुर साहिब से टिकट मिल रहेगा. उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है.