नई दिल्ली: पुरानी दिल्ली के आजाद मार्केट के पास मिठाई पुल पर दो हफ्ते पहले करीब 27 दुकानों को सील कर दिया गया था. इसके बाद लगातार व्यापारी इस को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. शुक्रवार को व्यापारियों ने मिठाई पुल पर सब्जी की रेहड़ी लगाकर विरोध प्रदर्शन किया. सीलिंग को लेकर व्यापारी काफी आक्रोशित हैं और उनका कहना है कि अब 2 फरवरी को सभी व्यापारियों के साथ महापंचायत का आयोजन किया जाएगा और उसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी. साथ ही व्यापारियों ने कहा कि हम संसद का घेराव भी करेंगे और कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाएंगे.
सीलिंग को लेकर लगातार व्यापारी पिछले कई दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. व्यापारियों का कहना है कि उपराज्यपाल से लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास तक हम लोग अपनी फरियाद लेकर गए, लेकिन अभी तक किसी ने हमारी फरियाद को नहीं सुनी. अब व्यापारी आर-पार की लड़ाई के मूड में है और उन्होंने साफ चेतावनी दी है कि अगर सीलिंग की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो व्यापारी आंदोलन करने को भी मजबूर होंगे.
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बात दें, सोमवार सुबह फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन के चेयरमैन परमजीत सिंह पम्मा और अध्यक्ष राकेश यादव की अध्यक्षता में काफी संख्या में व्यापारी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निवास की ओर मार्च करने लगे, मगर पुलिस ने उनको सीएम आवास से पहले ही रोक लिया. इसके बाद परमजीत सिंह पम्मा, राकेश यादव, चौधरी योगेंद्र सिंह, कमल कुमार, बनवारी लाल, कुणाल डोगरा के पांच लोगों के प्रतिनिधि मंडल ने ज्ञापन सौंपा.
पम्मा ने कहा कि दुख की बात है कि सदर बाजार में सीलिंग हुए लगभग 10 दिन बीत चुके हैं और व्यापारी सड़कों पर बैठे हैं. मगर मुख्यमंत्री जी व्यापारियों की समस्या जानने के लिए कुछ समय तक नहीं निकाल पाए और ना ही उन्होंने इस विषय पर बोला. जबकि, इसको लेकर विधानसभा में चर्चा होनी चाहिए थी. कहा कि मुख्यमंत्री और उनके दल ने चुनाव से पहले व्यापारियों को वादा किया था कि किसी प्रकार की कोई सीलिंग नहीं होगी. और अब हालत यह आ गई है सदर बाजार के व्यापारियों की 25 दुकानें सील हो गई हैं. व्यापारी दर दर भटक रहे हैं, उनको समझ नहीं आ रहा उनकी पुकार कौन सुनेगा?
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