भारत शिल्प सप्ताह के चौथे संस्करण का दिल्ली एनएसआईसी में हुआ आयोजन

author img

By

Published : Nov 1, 2022, 8:28 PM IST

भारत शिल्प सप्ताह ने एनएसआईसी ओखला में अपने चौथे संस्करण का किया आयोजन

दिल्ली के ओखला स्थित राष्ट्रीय लघु उघोग निगम (National Small Industries Corporation) में भारत शिल्प सप्ताह के चौथे संस्करण का आयोजन किया गया. इसका पद्मभूषण राजीव सेठी और जया जेटली ने किया.

नई दिल्ली : भारत शिल्प सप्ताह (India craft week) के चौथे संस्करण का नई दिल्ली के ओखला स्थित राष्ट्रीय लघु उघोग निगम (National Small Industries Corporation) में आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का उद्धघाटन पद्मभूषण राजीव सेठी और जया जेटली ने किया था. इति त्यागी, फाउंडर इंडिया क्राफ्ट विलेज, सोमेश सिंह- को-फाउंडर, क्राफ्ट विलेज, मनीष सक्सेना लीड आदम हैंडववन, सीएस सुधीर, सीईओ फ्रीडम डॉट कॉम, पद्मश्री जय प्रकाश और कई अन्य मेहमान इस कार्यक्रम में शामिल हुए. इस वर्ष का संस्करण भारत के शिल्पकारों को समर्पित है, जिन्होंने हजारों साल पुरानी कला, शिल्प, वस्त्र, संस्कृति और विरासत को ' संरक्षित और पुनर्जीवित' करने के लिए अथक प्रयास किया है. देश की आज़ादी की 75 वीं वर्ष गांठ पर आजादी का अमृत महोत्सव भी मना रहा है.

ये भी पढ़ें - बढ़ती आबादी के कारण हमारी नदियों और जलाशयों की हालत बिगड़ रही है: राष्ट्रपति मुर्मू

खरीदार और विक्रेता एक मंच पर :चौथा इंडिया क्राफ्ट वीक बहुत खास है क्योंकि शो तब से कई गुना बढ़ रहा है, इसने घरेलू बाजार के लिए एक 'इकोसिस्टम' भी बनाया है, जहां राजवंश के कारीगर, शिल्प उद्यमी, हाथ से बने लग्जरी ब्रांड, संगठन, संस्थान सभी आ सकते हैं. एक मंच पर और राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खरीदारों, खुदरा विक्रेताओं, ब्रांडों और अंतिम उपभोक्ताओं के साथ उत्पादों और विचारों का आदान-प्रदान, इंडिया क्राफ्ट वीक बुनकरों और कारीगर समुदायों के लिए पारिस्थितिकी तंत्र बनाता है. यह हमारे साथ प्रतिध्वनित होता है, क्योंकि हम, आदम हैंडवॉवन में, भारत भर में बुनकर समुदायों के साथ सक्रिय रूप से काम करते हैं, ताकि बुनियादी ढांचे को सक्षम करके और उनके शिल्प को पोषण देकर बेहतरीन कारीगरों के लिए एक आत्मनिर्भर पारिस्थितिकी तंत्र तैयार किया जा सके.

भारत शिल्प सप्ताह के चौथे संस्करण का हुआ आयोजन

हम ग्राहकों और शिल्पकारों को जोड़ना चाहते हैं :आज दुनिया स्थिरता, जिम्मेदार खपत, परिपत्रता और नैतिक निर्माण के बारे में बात कर रही है, लेकिन हमारा शिल्प क्षेत्र हजारों सालों से इन मूल्यों का अभ्यास कर रहा है. वे नवोन्मेषी, बहु-कार्यात्मक, सांस्कृतिक रूप से संबंधित, टिकाऊ और कालातीत अपील वाले हैं. इस त्यौहार के माध्यम से हम आधुनिक ग्राहकों, उद्योग और संरक्षकों को शिल्पकारों से जोड़ना चाहते हैं, अतीत को वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों से जोड़ना चाहते हैं,” वह आगे कहती हैं. आईसीडब्ल्यू 2022 में पद्म श्री द्वारा आठ दुर्लभ और विशिष्ट शिल्प कार्यशालाएं होंगी, जो कपड़ा, पेंटिंग और ब्लॉक प्रिंटिंग के क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता हैं.

ये भी पढ़ें -सीएम योगी ने ग्रेटर नोएडा में किया 1670 करोड़ की 13 परियोजनाओं का लोकार्पण, शिलान्यास

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.