नई दिल्ली: कोरोना की तीसरी लहर के संभावित खतरे को देखते हुए संगम विहार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आने वाले सभी लोगों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य रूप से किया जाने लगा है. आमतौर पर यहां महिलाएं और बुजुर्ग आते हैं. महिलाएं अपने नवजात बच्चों को जरूरी टीका लगवाने और बुजुर्ग जरूरी दवाइयां लेने के लिए आते हैं. इसके अलावा यहां कई ऐसे लोग भी आ रहे हैं, जिन्हें देश में कहीं भी ट्रैवल करना हो और ट्रैवल के लिए RT-PCR रिपोर्ट दिखाना जरूरी हो.
संगम विहार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रतिदिन लगभग 150 बच्चों को अलग-अलग तरह के टीके लगवाए जाते हैं. एएनएम निर्मला ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ज्यादातर महिलाएं नवजात बच्चों को टीका लगवाने के लिए आती हैं. इसलिए यह काफी संवेदनशील क्षेत्र है. बच्चों की सुरक्षा का ध्यान रखना जरूरी है.
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इसीलिए यहां टीका लगाने आने वाली महिलाओं और दूसरे मरीजों का स्वास्थ्य केंद्र में प्रवेश करने से पहले ही कोविड-19 प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखने को कहा जाता है. इसी के तहत सबसे पहले उनका कोरोना टेस्ट किया जाता है. टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही उसे अंदर आने दिया जाता है.
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एएनएम ने बताया कि जिनके पास मास्क नहीं है उन्हें अंदर आने से रोका नहीं जाता है. उन्हें डिस्पेंसरी की तरफ से मास्क पहनने को दिया जाता है. कोरोना की तीसरी संभावित लहर को ध्यान में रखते हुए ऐसा करना अनिवार्य है, क्योंकि आने वाली लहर में बच्चों के ज्यादा प्रभावित होने की संभावना है.