DUSU Election 2023: ABVP ने एनएसयूआई कार्यकर्ताओं पर छात्राओं से बदतमीजी का लगाया आरोप, NSUI ने किया पलटवार
DUSU Election 2023: ABVP ने एनएसयूआई कार्यकर्ताओं पर छात्राओं से बदतमीजी का लगाया आरोप, NSUI ने किया पलटवार
डूसू चुनाव 2023 की तारीख नजदीक आते आते विश्वविद्यालय में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ रही है और छात्र संगठन एक दूसरे पर जमकर आरोप प्रत्यारोप कर रहे हैं. इसी कड़ी में अभाविप ने एनएसयूआई पर छात्राओं से बदतमीजी करने का आरोप लगाया है, जिस पर एनएसयूआई ने अभाविप पर जमकर पलटवार किया है.
नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव (डूसू) 2023 के मद्देनजर छात्र संगठनों का एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप तेज होता जा रहा है. दरअसल, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक आशुतोष सिंह ने आरोप लगाया है कि मिरांडा हाउस कॉलेज में चुनाव प्रचार के नाम पर एनएसयूआई कार्यकर्ता अनुमति से कई गुना अधिक संख्या में घुसे और वहां छात्राओं के साथ बदतमीजी की. एनएसयूआई के पुरुष कार्यकर्ता मिरांडा हाउस में उस गेट से घुसे जहां से केवल लड़कियां को ही जाने की अनुमति है.
उन्होंने कहा कि एनएसयूआई की बढ़ती गुंडागर्दी की अभाविप निंदा करती है. दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्राओं की सुरक्षा प्राथमिकता होनी चाहिए. वहीं, सीसीटीवी फुटेज में सामने आया है कि एनएसयूआई प्रत्याशी के साथ लोग रामजस कॉलेज में लाठी-डंडे लेकर घुसे, जिससे वहां के विद्यार्थी के डर गए. अभाविप की ओर से कहा गया है दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव के दौरान, रामजस कॉलेज में लगे सीसीटीवी कैमरे का एक सनसनीखेज वीडियो फुटेज सामने आया है, जिसमें दिखाई दे रहा है कि रामजस कॉलेज में चुनाव प्रचार के दौरान एनएसयूआई प्रत्याशी के साथ कुछ लोग लाठी डंडे व हथियार लेकर कैंपस में प्रवेश कर रहे हैं.
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हार सामने देख कर NSUI बौखलाई, अब गुंडागर्दी पर उतर आई।
— ABVP (@ABVPVoice) September 20, 2023
डीयू की छात्र-शक्ति 22 सितम्बर को अपने वोट की ताकत से NSUI की गुंडागर्दी का करारा जवाब देगी।#SayNoToGundaraaj #ShameOnNSUI#DUSupportsABVP #ABVP4DUSU
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अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कहा कि एनएसयूआई पूरे डीयू के माहौल को खराब करना चाहती है. दिल्ली पुलिस व डीयू प्रशासन को इस मामले में कठोर कार्रवाई करनी चाहिए. वहीं अन्य छात्र संगठन एनएसयूआई की बी टीम बन गए हैं और एनएसयूआई की गुंडागर्दी पर एक शब्द नहीं बोल रहे, जिससे मारपीट जैसी घटनाएं बढ़ रही हैं.
आरोप पर एनएसयूआई का पलटवार: एनएसयूआई की तरफ से बयान जारी करते हुए कहा गया है कि अभाविप हार सामने देख बौखला गई है और उनसे यह बर्दाश्त नहीं हो रहा है कि हम मुद्दों पर चुनाव लड़ रहे हैं. इससे हमें मिल रहा छात्रों का समर्थन, अभाविप को बर्दाश्त नहीं हो रहा है. हमने अपने घोषणापत्र में कैंपस में शांतिपूर्ण माहौल बनाने की बात प्राथमिकता है कही है जो अभाविप के मूल स्वरूप के खिलाफ है. अभाविप की कार्यशैली के अनुसार उसका नाम अखिल भारतीय वायलेंस परिषद होना चाहिए.
साथ ही आरोप लगाया गया कि प्रोफेसर सभरवाल की हत्या करने का इतिहास रखने वाली अभाविप देशभर में कैंपस हिंसा फैलाने के लिए जानी जाती है. यह लोग कभी भाईचारे, सद्भाव और शांतिपूर्ण माहौल की बात करते नहीं मिलेंगे. हाल ही में हमारे अध्यक्ष पद उम्मीदवार हितेश गुलिया की गाड़ी पर अभाविप के लोगों ने हमला कर दिया था. इसके अलावा रामजस कालेज के बाहर हमारे सह सचिव पद के उम्मीदवार शुभम चौधरी पर जानलेवा हमला किया गया, जिससे यह बात साबित होती है कि चुनाव में कौन मजबूत स्थिति में है और कौन धनबल का उपयोग कर बढ़त बनाने की कोशिश में लगा है.
