नई दिल्ली: दिल्ली में भले ही कोरोना संक्रमण के मामले में कमी आई हो लेकिन संभावित तीसरी लहर के खतरे के मद्देनजर दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने रामलीला के मंचन की मंजूरी नहीं दी है. राजधानी दिल्ली में रामलीला के मंचन की अनुमति नहीं दिए जाने पर रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों ने रोष जाहिर की है.
इंद्रप्रस्थ रामलीला कमेटी के प्रधान सुरेश बिंदल ने कहा कि रामलीला के मंचन की तैयारी रामलीला कमेटियों ने शुरू कर दी थी. जगह के लिए बुकिंग की जा चुकी है, कलाकारों ने प्रैक्टिस तक शुरू कर दी थी, लेकिन दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने रामलीला मंचन की मंजूरी नहीं दी.
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वहीं सुरेश बिंदल का कहना है कि पिछले साल की तरह इस साल भी भव्य रामलीला नहीं हो पाएगा, उन्होंने कहा कि जो आदेश आया है वो पिछले साल की नकल है. उसमें लिखा है कि कोई भी धार्मिक कार्यक्रम नहीं होंगे. उनका कहना है कि जब सिनेमा हॉल के अंदर 50 फीसदी की कैपिसिटी और शादी विवाह की अनुमति दी जा सकती है तो रामलीला के मंचन को भी मंजूरी मिलनी चाहिए. हालांकि उन्होंने उम्मीद जताई है कि रामलीला के मंचन के कुछ दिन पहले पिछले साल की तरह ही सांकेतिक तौर पर रामलीला के मंचन की इजाजत मिलेगी.
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सुरेश बिंदल का कहना है कि उन्हें उम्मीद थी कि दिल्ली सरकार इस साल सार्वजनिक तौर पर रामलीला के मंचन की इजाजत देगी लेकिन इस बार भी रामलीला के मंचन की इजाजत नहीं देना दुर्भाग्यपूर्ण है. दिल्ली सरकार के इस फैसले को उन्होंने गलत बताया है.