नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली में एक बार फिर से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा (Flood threat in capital Delhi) है. पहाड़ी इलाकों पर हो रही बारिश की वजह से यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है. वहीं, यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है. ऐसे में यमुना का पानी निचले इलाकों में तेजी से फैल रहा है. न्यू उस्मानपुर तीसरा पुस्ता यमुना खादर में झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोग ऊंचे स्थानों पर पहुंच गए हैं. सरकारी तंत्र की तरफ से राहत एवं बचाव कार्य तेजी से किए जा रहे हैं. बाढ़ से प्रभावित लोग परिवार के साथ खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं.
न्यू उस्मानपुर यमुना खादर गांव के पास सैकड़ों परिवार रहता है. किसी तरीके से अपने परिवार को धूप और पानी से बचा रहे हैं, लेकिन ज्यादातर लोग इस भीषण गर्मी में खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं. जिला प्रशासन की तरफ से सिविल डिफेंस के स्टाफ की जरूर तैनाती जरुर की गई है लेकिन उनके खाने-पीने और टॉयलेट तक की व्यवस्था अभी तक नहीं की गई है.
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वहीं, इलाके में बाढ़ के पानी में कई वाहन डूबे हुए हैं. बाढ़ के पानी में जो गाड़ियां डूबी हुई हैं वह आसपास के इलाके में रहने वाले लोगों की है. बाढ़ प्रभावित लोगों ने बताया कि मंगलवार रात से ही यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा और पानी मानपुर यमुना खादर गांव तक पहुंच गया. सुबह होते-होते पानी यमुना खादर इलाके में तेजी से फैल गया. उनकी झुग्गी बस्तियों में पानी घुस गया. उन लोगों को दिल्ली पुलिस और दमकल विभाग द्वारा रेस्क्यू किया गया है.