नई दिल्ली: रोहिणी कोर्ट में हुई गाेलीबारी के बाद दिल्ली के अन्य कोर्ट की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. पुलिस ने इस घटना काे गंभीरता से लिया है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर कोर्ट रूम में हमलावर कैसे दाखिल हुए. सुरक्षा के लिहाज से देखा जाए तो यह काफी गंभीर सवाल है.
साकेत बार एसोसिएशन के प्रेसिडेंट विनोद शर्मा ने सवालिया निशान खड़े करते हुए कहा कि हमलावर वकील की वेशभूषा में कोर्ट के अंदर दाखिल हो जाता है और फायरिंग कर देता है. यह निंदनीय घटना है. अगर साकेत कोर्ट की बात की जाए तो हमारे यहां पर सुरक्षा पहले से ही चाक चौबंद रहती है यहां पर दो पुलिसकर्मी हर समय मुस्तैद रहते हैं. मेन गेट पर सीसीटीवी कैमरा भी लगा हुआ है.
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साकेत कोर्ट से एंट्री के दो गेट हैं और इसके अलावा प्राइवेट गार्ड भी निगरानी रखते हैं. यह सुरक्षा को लेकर एक अहम मुद्दा है जिस तरह से कोर्ट के अंदर जाकर फायरिंग होती है और हमलावर मारे जाते हैं लेकिन सवाल सबसे यह बड़ा है कि वह आकर घुसे कैसे. साकेत कोर्ट में भी सुरक्षा के आदेश दे दिए हैं और कह दिया कि जो भी वकील हैं अगर उनके पास आई कार्ड हो तभी अंदर जाएं अन्यथा किसी व्यक्ति को अंदर न घुसने दिया जाए.
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जानकारी के अनुसार रोहिणी कोर्ट रूम 207 में एनडीपीएस के एक मामले में जितेंद्र गोगी को पेशी के लिए लाया गया था. इस कोर्ट में एनडीपीएस से जुड़े मामले की सुनवाई होती है. कोर्ट में मामले की सुनवाई चल रही थी कि वकील की पोशाक पहने दो हमलावरों ने गोगी पर फायरिंग शुरू कर दी. बताया जाता है कि गोगी को तीन से चार गोलियां लगी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी दोनों हमलावरों पर गोली चलाई, जिसमें उन दोनों की मौत हो गई.