नई दिल्लीः दिल्ली में पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश ने दिल्लीवासियों को उमस भरी गर्मी से राहत तो जरूर दिलाई है, लेकिन इससे लोगों को परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है. कहीं जबरदस्त वॉटर लॉगिंग की वजह से लोगों को दिक्कतें हो रही हैं, तो कहीं सड़क धंसी, तो कहीं दुकानों और कॉलोनियों में पानी भर गया है. इन सबके अलावा सबसे बड़ी समस्या दशहरा के लिए रावण का पुतला बनानेवालों के लिए पैदा हो गई है. इनके बनाए गए पुतले इस बारिश में भीग कर खराब हो गए और उन्हें लाखों के नुकसान (Ravana effigy artist lost lakhs due to rain) के साथ तय समय पर पुतलों को बना कर देने का दवाब भी झेलना पड़ रहा है.
द्वारका सेक्टर 16 के जेजे कॉलोनी (JJ Colony of Dwarka Sector 16) की सड़क के किनारे काफी संख्या में रावण के पुतलों का ढांचा रखा पड़ा है, जो बारिश में गीला होकर खराब हो गया है. अब इन्हें बनाने वालों को फिर से इनके ऊपर पेपर की कटिंग करके लगाना पड़ेगा. लेकिन इसके लिए भी बारिश उनके लिए बाधा बनी हुई है, क्योंकि वो लगातार हो बारिश के कारण काम नहीं कर पा रहे हैं.
पुतलों को बनाने वाले कारीगरों ने बताया कि दो साल से कोरोना की वजह से कोई काम नहीं हुआ. पिछली बार कुछ पुतले बनाये तो उसमें भी नुकसान उठाना पड़ा और इस साल जब सब कुछ सामान्य हो गया था, तो उन्हें अच्छी कमाई की उम्मीद थी. इस बार उन्हें ऑर्डर भी अच्छे मिले थे लेकिन बारिश ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर कर एक बार फिर से उन्हें नुकसान और कर्ज की तरफ धकेल दिया है.
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रामबाबू पुतला बनाने वाले के कारीगरों ने बताया कि वो पिछले 20 सालों से इस काम को कर रहे हैं, लेकिन पिछले तीन साल उनकी जिंदगी के सबसे बुरे साल रहे हैं. अभी हो रही बारिश से पुतले बनाने वालों को लाखों का नुकसान हो चुका है. मेहनत तो पानी में धुल ही गया, इसके साथ ही पुतलों को समय पर बनाकर देने का दवाब भी बढ गया है. अब उन्हें समझ में नहीं आ रहा है, कि वो कैसे अपने नुकसान की भरपाई करे और कैसे इन पुतलों को फिर से बना कर समय पर डिलीवर करेंगे.
वहीं, द्वारका उपनगरी स्थित मशहूर रामलीला ग्राउंड में रामलीला की तैयारियों पर बारिश ने आयोजकों के माथे पर बल ला दिया है. बारिश के कारण तैयारी और आयोजन का सारा समीकरण बिगड़ता नजर आ रहा है. दरअसल, पूरा रामलीला ग्राउंड पानी से भरा पड़ा है और सारी तैयारियां बाधित हो गई है.
हालांकि, रामलीला कमिटी के लोग लगातार मोटर लगा कर पानी को ग्राउंड से निकालने की कोशिश में लगे हुए हैं, जिससे आयोजन की तैयारियां समय पर पूरी हो सके. लेकिन यहां की हालात को देखते हुए लगता है कि अगर इससे ज्यादा बारिश अगर होती है, तो पूरा रामलीला ग्राउंड अस्त-व्यस्त हो जाएगा.